परिवार को रखना है खुशहाल, तो अपनाएं ये तरीके बना रहेगा अपनों का साथ

अपने परिवार के साथ खुश रहने से बड़ा ओर क्या सुख हो सकता है लेकिन लाइफ में हमेशा सुख बना रहें यह भी मुनकिन नहीं। जीवन का नांम ही तो दुख, चिंतायें और अन्‍य परेशानियां है।अपने परिवार में सुख और शांति का माहौल बनाए रखना बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम है।

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यहा केवल एक की जिम्मेवारी नहीं होती बल्कि सारे परिवार की है, लेकिन आपको फेमेली में सामंजस्‍य बैठाए रखने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए। तभी परिवार में सुख और समृद्धि बनी रहती है।

परिवार की खुशी को यूं रखें बरकरार

सब साथ रहें

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एक-दूसरे को प्यार करें। एक-दूसरे के साथ मस्ती करें। खुश रहें। आपस में चुटकुले सुनाएं। गप्पे मारें, हंसे और हंसाएं। आपके साथ ही आपके पूरे परिवार का स्वास्थ ठीक रहेगा और खुशियों से घर खिल उठेगा।

बातें करें एक-दूसरों को शेयर

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अपनी सभी बातों को एक-दूसरे से शेयर करें फिर चाहे वह खुशी वाली बातें हों, बदमाशी वाली हों या दुख वाली। परिवार में कुछ पर्सनल नहीं होता, इसलिए पर्सनल बातें भी शेयर कर सकते हैं।

साथ में खाना खाएं

इससे प्यार बढ़ता है। आजकल हर घर की यह आदत हो गई है कि कोई डाइनिंग रूम में खाता है, तो कोई बेड रूम या ड्रॉइंग रूम में टीवी देखते हुए खाना खाता है। साथ में एक साथ बैठकर खाने से एक-दूसरे से बातें करने का मौका मिलता है। एक-दूसरे का हाल जानने-समझने का मौका मिलता है।

साथ में खेलें

बच्चे आपस में खेलें। दादा-दादी, पोता-पोती के साथ खेलें। यह दोनों के लिए ही जरूरी है। दूसरे बड़े भी बच्चों के साथ खेल सकते हैं। मोबाइल पर बच्चों को दिन रात रहने की बजाय उन्हें आपस में एक-दूसरे के साथ हंसी-मजाक और खेलने के महत्व को समझाएं।

परिवार को प्राथमिकता दें

ऑफिस, दोस्त जरूरी हैं, पर परिवार को प्राथमिकता देना उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। परिवार के साथ समय गुजारें। घूमने जाने की योजना बनाएं।

बच्चों को दूसरे काम सिखाएं

ऐसा करने से बच्चे बिजी रहेंगे और उन्हें गलत हरकतों या बदमाशी के लिए समय नहीं मिलेगा। बढ़ते बच्चों को घर में पूजा-पाठ से लेकर दूसरे ईवेंट जैसे कि शादी तक के कार्यक्रमों में भागीदार बनाएं। आस पड़ोस में हो रहे ईवेंट में भी उसे मदद करने के लिए और भागीदार होने के लिए प्रेरित करें। इससे वह जिंदगी में जीने की कला सीखेगा, जो आगे जाकर उसे नौकरी या काम मिलने में मददगार होगी।

सभी भाई-बहन रहें प्यार से

सगे भाई-बहन से ही प्यार करना काफी नहीं है। यदि आपके घर में आपका कोई कजिन भाई-बहन साथ रहता है, तो उससे भी उतना ही प्यार करें जैसे अपने भाई या बहन से करते हैं। सभी भाई-बहन फिर चाहे वो सगे, चचेरे, ममेरे, फुफेरे हों, प्यार से रहें। फिर देखें कैसे आपकी जिंदगी सुखी रहेगी।

चिल्लाएं नहीं

धीमी आवाज में बात करें। बड़े-छोटे की मर्यादा का पालन करें। लड़ें नहीं, खासकर बच्चों के सामने। प्यार से रहें, नम्र रहें। समय व स्थिति के अनुसार, अगर झुकना पड़े तो झुक जाएं। समझौता कर लें। परिवार के हित में सब जायज है।

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