रिपुदमन ने गबन के रुपए से खरीदी संपत्ति-ज्वेलरी
केस दर्ज होते ही उलझता गया मामला
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। जेल गबन कांड के मुख्य आरोपी रिपुदमन के फरार होने के बाद भेरूगढ़ पुलिस ने उसके द्वारा गबन की राशि से शहर में खरीदी गई संपत्ति की जानकारी नगर निगम से मांगी थी। सीएसपी अनिल मौर्य ने बताया कि नगर निगम से रिपुदमन की संपत्ति की जानकारी मिल चुकी है। हालांकि उसने अपने नाम से शहर में कोई मकान या प्लाट नहीं खरीदा था। उसकी पत्नी दीक्षा के नाम से दो कालोनियों में प्लाट की जानकारी मिल पाई है।
केन्द्रीय जेल भेरूगढ़ के प्रहरियों ने जेल अधीक्षक पर सीधे तौर पर प्रताडि़त करने व भ्रष्टाचार करने के आरोप कलेक्टर के सामने लगाए थे। कलेक्टर के निर्देश पर जेल में जांच शुरू हुई जिसमें ट्रेजरी विभाग के बाबू ने पीएफ गबन कांड की रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी और भेरूगढ़ थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। जेल विभाग द्वारा एक टीम का गठन कर डीआईजी मंशाराम पटेल के नेतृत्व में जांच दल को जेल भेजा गया। जिसने भेरूगढ़ जेल में 15 करोड़ के गबन की रिपोर्ट अफसरों को सौंपी।
रिपुदमन सहित 3 जेल प्रहरियों पर केस दर्ज हुआ। तीनों उसी दौरान फरार हो गये थे। ट्रेजरी विभाग और एसएसपी द्वारा गठित एसआईटी ने अपनी जांच जारी रखी। एसआईटी ने इस बात का खुलासा किया कि बिना जेल अधीक्षक की सहमति के करोड़ों का गबन संभव नहीं। जेल विभाग ने जेल अधीक्षक को भोपाल मुख्यालय अटैच किया तो भेरूगढ़ पुलिस उन्हें पूछताछ के लिये थाने ले गई। जेल अधीक्षक ने स्वास्थ्य खराब होने की बात कही और इंदौर के प्रायवेट अस्पताल के आईसीयू में उपचार के लिये भर्ती हुईं।
इधर एसआईटी ने खुलासा किया कि रिपुदमन ने प्रहरियों के पीएफ खाते से निकाले रुपये परिचितों के खातों में ट्रांसफर किये थे। पुलिस ने रिपुदमन के तीन परिचितों को भी आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया। एसएसपी ने फरार प्रहरियों की गिरफ्तारी पर ईनाम की घोषणा की और पुलिस टीम रिपुदमन की तलाश में लगी। शुक्रवार को रिपुदमन को पुलिस ने बनारस के पास उसके ससुराल से गिरफ्तार किया वहीं जेल अधीक्षक की अस्पताल से छुट्टी होते ही उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
षड्यंत्र रचने की धारा बढ़ाई…
भेरूगढ़ पुलिस द्वारा ट्रेजरी विभाग के बाबू की रिपोर्ट पर रिपुदमन सहित तीन प्रहरियों के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया था। अब जेल अधीक्षक की गिरफ्तारी और रिपुदमन द्वारा परिचितों के अकाउंट में ऑनलाइन रुपये ट्रंासफर करने के साथ ही लगातार बढ़ रही आरोपियों की संख्या के मद्देनजर मामले में षड्यंत्र रचने की धारा 120 बी बढ़ाई गई है।
पूछताछ के बाद शुरू होगी रिकवरी
पुलिस द्वारा गबन कांड के मुख्य आरोपी रिपुदमन और उषा राज को रिमाण्ड पर लेकर रुपयों के संबंध में पूछताछ की जाना है। एसएसपी शुक्ला ने बताया कि आरोपियों द्वारा गबन के रुपये कहां खर्च किये उसकी जानकारी निकालकर अधिक से अधिक रिकवरी के प्रयास किये जाएंगे। बताया जाता है कि जेल अधीक्षक द्वारा नागझिरी क्षेत्र में एक करोड़ रुपये की लागत से नए भवन का निर्माण कराया जा रहा है वहीं रिपुदमन के घर तलाशी में पुलिस को 15 लाख के आभूषण खरीदी के बिल सहित लेनदेन संबंधी कागजात मिले थे।
लोकेशन बदल-बदल कर पुलिस टीम को चकमा दे रहा था…
एसआईटी हेड एएसपी इंद्रजीत बाकलवार ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद रिपुदमन फरार हो गया था, उसकी गिरफ्तारी के लिये टीमों को रवाना किया गया लेकिन बार बार लोकेशन बदलकर वह पुलिस टीम को चकमा दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिये परिजनों की मदद ली गई तब कहीं जाकर वह ससुराल से पकड़ाया।