कर्क रेखा के दक्षिण भारत में स्थित सभी स्थानों पर देखने को मिलेगी यह घटना
अक्षरविश्व न्यूज . नई दिल्ली देश के कई हिस्सों में आज लोगों को अपनी परछाई भी नजर नहीं आएगी। गुरुवार दोपहर कुछ पल को ऐसा समय आएगा जब किसी भी वस्तु की परछाई पृथ्वी पर नहीं दिखेगी।यह स्थिति पृथ्वी की घूमने की धुरी के झुकाव के कारण बनती है। हालांकि यह अनोखी खगोलीय घटना उत्तर भारत में नजर नहीं आएगी, लेकिन दक्षिण भारत के कई राज्यों में इसका असर रहेगा। खगोल विज्ञान की भाषा में इसे शून्य छाया दिवस कहा जाता है।
विज्ञान के पीछे का तर्क
पृथ्वी, सूर्य के परिक्रमा तल के लंबवत होने की बजाय उससे 23.5 डिग्री तक झुकी होती है। इस झुकाव से पूरे साल सूर्य किरणों का कोण बदलता रहता है। इससे छायांकन की लंबाई भी बदलती है। साथ ही, सूर्य की प्रमुख धाराओं का कोण भी बदलता रहता है। लेकिन साल में दो बार ऐसा होता है जब सूर्य और पृथ्वी के कुछ अक्षांश पर ऐसा महत्वपूर्ण कोण बनता है कि सूर्य ऊपर होता है और छाया वस्तु नीचे होती है। छायांकन होता है लेकिन वह दिखाई नहीं देता।
अलग-अलग समय पर बनेगी शून्य छाया की स्थिति
नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम प्रभारी डॉ. विरेंद्र यादव के अनुसार हमारी छाया की लंबाई सूर्य पर निर्भर करती है। सुबह के वक्त ये लंबी होती है और दिन चढ़ते के साथ छोटी हो जाती है। मध्याह्न के समय तो हमारी परछाई सबसे छोटी हो जाती है और साल में दो मौके ऐसे भी आते हैं जब छाया दिखाई ही नहीं देती।