पश्चिमी मध्य प्रदेश से बारिश का सिस्टम सक्रिय हो गया है। अरब सागर से आने वाली हवाओं के कारण दक्षिण मध्य प्रदेश के इलाकों में बारिश होगी। राज्य के कई हिस्सों में भी इसका असर रहेगा।
यह सिस्टम 18 मार्च तक सक्रिय रहेगा। कल से कई जिलों में बारिश हो सकती है। ओले भी गिर सकते हैं। दिन का तापमान 39 डिग्री पर टिका रहा। प्रदेश के 16 जिलों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री के ऊपर दर्ज किया गया। बादल होने से रात का पारा लगभग स्थिर रहा। मौसम विभाग ने 15 जिलों में बारिश-वज्रपात का अलर्ट दिया है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के चंबल, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, सागर, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। ग्वालियर में 3.6, सिवनी में 2.6, सागर में 1.2 मिलीमीटर बारिश हुई। खजुराहो और छिंदवाड़ा में भी बारिश हुई। अधिकतम तापमान सभी जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। जबलपुर, इंदौर, शहडोल संभागों के जिलों में सामान्य, भोपाल संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक रहा। प्रदेश में सबसे गर्म राजगढ़ रहा। न्यूनतम तापमान रीवा संभाग के जिलों में काफी बढ़े।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कह रहा है कि इंदौर, नर्मदापुरम, रीवा, चंबल, जबलपुर संभाग के जिलों में तथा दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, पन्ना, सागर, शाजापुर, दमोह, छतरपुर व देवास जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है, जो बता रहा है कि इंदौर, नर्मदापुरम, चंबल संभागों के जिलों में तथा दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, पन्ना, सागर, मंडला, दमोह, शाजापुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, डिंडौरी, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी एवं देवास जिलों में कहीं-कहीं बिजली गिरने की आशंका है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिन का पारा कहीं-कहीं गिरा है। हालांकि दिन का पारा 39 डिग्री पर टिका हुआ है। प्रदेश में सबसे गर्म राजगढ़ रहा। राजगढ़ में 39, खजुराहो में 37.5, खरगोन-रतलाम में 37.2, खंडवा में 37.1, दमोह में 37, शिवपुरी में 36, गुना-सतना में 35.8, उज्जैन में 35.5, दतिया-धार-नौगांव-सागर में 35.4, ग्वालियर में 35.3, मंडला में 35.2 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान में कहीं-कहीं गिरावट रही। प्रदेश में सबसे गर्म रात सागर में रही। सागर में 20.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवा का रुख भी अभी दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। अरब सागर से हवाओं के साथ नमी आने के कारण मध्य प्रदेश के कई जिलों में बादल बने हुए हैं। गुरुवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत को प्रभावित करने लगेगा।
इन मौसम प्रणालियों के असर से गुरुवार से पूरे मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ वर्षा का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। राजस्थान पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़कर वर्तमान में पूर्वी मध्य प्रदेश पर पहुंच गया है। एक प्रेरित चक्रवात अभी भी राजस्थान पर बन गया है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी मध्य प्रदेश के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है। कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने के आसार बने हुए हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज 18 मार्च तक बना रहने का अनुमान है।