मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानना आसान होगा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन प्रदेश में नागरिकों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने और नगरीय निकायों की सेवाओं की जानकारी देने के लिए अब इंटरनेट मीडिया के विभिन्न आयामों का सहारा लिया जाएगा। इसके तहत नगरीय निकायों को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर और वाट्सएप समेत अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यमों में पेज व ग्रुप बनाने होंगे। इसके जरिये जनता को सफाई, सीवेज, नल कनेक्शन, हरित क्षेत्र व तालाबों के संरक्षण समेत अन्य जानकारियां प्रसारित की जाएंगी। साथ ही इसमें जनता को सुझाव देने का मौका भी मिलेगा। इसी के आधार पर नगरीय निकाय व्यवस्थाओं में सुधार करेंगे।
नगरीय निकायों में स्वच्छता समेत अन्य सेवाओं की जानकारी बेहतर ढंग से जनता तक प्रसारित हों, इसके लिए इंटरनेट मीडिया के संसाधनों का सहयोग लिया जा रहा है। इसमें लोग अपने सुझाव और समस्याओं को लेकर फीडबैक दे सकेंगे। इसका उपयोग सेवाओं को बेहतर बनाने में होगा। बता दें कि अमृत योजना-दो के तहत जलापूर्ति, सीवरेज, वर्षा जल निकासी, शहरी परिवहन, हरित स्थल और उद्यान सेवाओं को विकसित किया जा रहा है, लेकिन इसकी जानकारी स्थानीय रहवासियों को नहीं मिल पाती है। इससे कई बार शासन की योजनाओं में जनता का सहयोग नहीं मिलता।
वहीं जनता को इन योजनाओं से कितना लाभ होगा और आसानी से कैसे जनता के लिए उपलब्ध होगी, यह जानकारी पता करने के लिए भी उन्हें कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जानकारी अपलोड होने से अमृत दो के तहत स्थानीय निकायों द्वारा मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानना आसान होगा।
जनता के सुझावों पर होगा अमल
नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय ने सभी निकायों को इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। संचालनालय ने भी अमृत दो का पेज फेसबुक, ट्विटर व इंस्टाग्राम में बनाया है, वहीं वाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से भी लोगों को जानकारी प्रसारित की जा रही है। इसमें वाटर वाडी, स्वच्छता, सीवरेज व अन्य सेवाओं के संबंध में लोग अपना सुझाव भी दे सकेंगे, इसका इस्तेमाल योजनाओं के क्रियान्वयन में किया जाएगा।
शिकायतें भी की जा सकेंगी
इंटरनेट मीडिया के संसाधनों पर लोग अमृत दो के तहत मिलने वाली सेवाओं को फालो, लाइक व शेयर कर सकेंगे। साथ ही सीवरेज और नल कनेक्शन के बारे में जानकारी मिलेगी। वहीं सफाई, हरित क्षेत्र, सेप्टिक टैंक ओवर फ्लो होने से संबंधित शिकायतें भी की जा सकेंगी। इसमें जनता को जागरूक करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में भी समुचित जानकारी मिलेगी। इसके लिए निकायों को सोशल मीडिया पर अपडेट रखने के लिए टीम की मदद लेना होगी।