प्रशासन की मनाही पर उखाडऩा पड़े तंबू
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:देवास रोड़ स्थित पुलिस लाइन डीआरपी में बगैर लाइसेंस के पटाखा बाजार लगाने की तैयारी पुलिस द्वारा कर ली गई थी। प्रशासन की मनाही होने पर रविवार सुबह यह बाजार सजने से पहले ही तंबू उखाडऩा पड़ गए। अब पुलिस लाइन में दीपावली पर पटाखा दुकानें नहीं लगाई जाएंगी।
गौरतलब है कि बाजार में महंगे दामों पर पटाखा बिकने की शिकायतों के चलते इस बार पुलिस लाइन में पुलिस पटाखा चके नाम से पटाखा बाजार लगाया जा रहा था। पुलिस लाइन में इसके लिए दुकानों के तंबू भी लगा दिए गए थे। पुलिस पटाखा बाजार के नाम से होर्डिंंग का गेट बना दिया गया था।
जिला प्रशासन को जब इसके बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियेां से लाइसेंस को लेकर चर्चा की। लाइसेंस नहीं होने पर पटाखा दुकाने लगाने से प्रशासन द्वारा मनाही कर दी गई। इसके बाद पटाखा बाजार सजने से पहले ही बंद करना पड़ा।
शहर में चार स्थानों पर पटाखा बाजार….
शहर में नगर निगम द्वारा चार स्थानों पर पटाखा बाजार बनाया गया है। यहां लाइसेंस लेकर व्यवसाय करने वाले व्यापारी पटाखा दुकानें लगाएंगे। हालांकि इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-मोटे दुकानदार भी दीपावली के दिनों पटाखा बेचते हैं। नगर निगम ने कार्तिक मेला ग्राउंड, सामाजिक न्याय परिसर, महाकाल वाणिज्य केंद्र और दशहरा मैदान पर अधिकृ त पटाखा बाजार बनाए हैं।
यहां केवल लाइसेंस लेकर व्यवसाय करने वाले व्यापारी ही व्यवसाय कर सकते हैं। इन दुकानों के अलावा नई सड़क, गोपाल मंदिर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी दीपावली के दिनों पटाखा विक्रय किया जाता है। प्रशासन ने पिछले कुछ सालों से नए लाइसेंस बनाना बंद कर दिए हैं। व्यापारी भी लाइसेंस का नवीनीकरण कर बाजार में पटाखा की दुकानें लगाते हैं। इसके अलावा आपस में लाइसेंस खरीदकर कुछ लोग दुकान लगाते हैं।
इनका कहना है:एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है इस वजह से पटाखा बाजार नहीं लगाया जा रहा है।