बच्चो को खाली समय मे सीखाने के लिए बहुत सी चीजें है लेकिन आजकल के पेरेंट्स बच्चे की क्रिएटिविटी पर ज्यादा जोर नहीं देते है। समय बहुत कीमती है और हमें इसे किसी भी तरह से बर्बाद नहीं करना चाहिए। इसी तरह, हम जो पैसा खर्च करते हैं, उसे कमा सकते हैं, लेकिन हम अपने खोए हुए समय को वापस नहीं पा सकते। यह सारी बातें बड़े तो समझते हैं पर बच्चों को समझना मुश्किल हो सकता है। अब समय आ गया है कि आप अपने बच्चों को टाइम मैनेज करना सिखाएं। निचे दिए गए टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।
एक शेड्यूल बनाने को कहें
बच्चों को एक शेड्यूल बनाने को कहें। अपने हर काम को समय अनुसार करने को कहें। इसके लिए एक कैलेंडर की मदद भी ले सकते हैं। जब समय से वे इस कैलेंडर का पालन करेंगे तो धीरे-धीरे, समय का महत्व जरूर समझने लगेंगे। इस तरह के कैलेंडर में बच्चों के दैनिक कार्यो से लेकर पढ़ाई तक आप सब कुछ लिख सकते हैं और पालन कर सकते हैं।
बच्चों की हर गतिविधि पर ध्यान दें
सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक, आपको यह देखना होगा कि आपका बच्चा किस तरह काम कर रहा है। अगर वक्त के साथ खिलवाड़ हो रहा है, तो वह हर चीज के साथ टालमटोली कर रहा होगा। बच्चों को यह सिखाने की जरूरत है कि समय कितना कीमती है और अगर वे समय पर काम करेंगे तो अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।
कुछ मजेदार एक्टिविटीज कराएं
हमेशा सख्त होकर कुछ भी सिखाना गलत साबित हो सकता है। इसलिए टाइम मैनेज करना सिखाने के लिए आप मजेदार गतिविधियों का उपयोग कर सकते हैं। जैसे कि खेल-खेल में आप उन्हें इस बात से अवगत कराएं कि समय कितना कीमती है। बच्चों के साथ कोई समय से जुड़ा गेम Time Game खेलें, जिसमें समय सीमा की भूमिका हो, इस तरह से सिखाने में बच्चों की मस्ती भी हो जाएगी और समय की कीमत भी समझ आएगी।
डेली रूटीन की जांच करें
जब आप निर्धारित योजना के साथ काम कर रहे हैं, तो बच्चे के साथ बैठकर इस बात का आंकलन करें कि कुछ दिनों में कितनी उन्नति हुई है और समय पर काम हो रहा है या नहीं। अगर वहां कुछ गड़बड़ हो रही है, तो बच्चों को ध्यान से इस बात से अवगत कराएं कि यहां सुधार किया जा सकता है।
जैसा देखते हैं, वैसा सीखते हैं बच्चे
अगर आप माता-पिता और अभिभावकों के रूप में बच्चों को टाइम मैनेज करने की कला सिखाना चाहते हैं, तो सबसे पहले खुद अपने आप को समय का पाबंद बनाएं। बच्चों में एक आदत बचपन से ही होती है कि वह जैसा देखते हैं, वैसा ही सीखते हैं।
गोल बनाना सिखाएं
बच्चों में टाइम मैनेजमेंट की सीख देने के लिए आपको उनका लक्ष्य निर्धारित करवाना होगा, क्योंकि इंसान का लक्ष्य जब तय होता है तो वह उसे पूरा करने के लिए अपना दिलो दिमाग लगा देता है, लक्ष्य से ही इंसान को समय की असली कीमत समझ में आती है।
स्क्रीन टाइम कम करवाएं
बच्चों का क्ष्रीं टाइम कम करवाना जरुरी है। उन्हें ये समय किसी फिजिकल एक्टिविटी में लगाने को कहें। उन्हें स्क्रीन टाइम के दुष्प्रभावों के बारे में समझाएं।
यदि बच्चें कम उम्र में समय का सही उपयोग सीखेंगे तो फ्यूचर में कभी समय बर्बाद करने की गलती नहीं करेंगे।