बदले जा सकते हैं भाजपा के नगर अध्यक्ष, प्रदेश के 16 जिलाध्यक्ष निशाने पर

विधानसभा चुनाव के पहले संगठन में कसावट की कवायद
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
उज्जैन।नगरीय निकाय चुनाव में प्रदेश के कई जिलों में कमजोर प्रदर्शन तो अनेक जगह संगठन के कामकाज में लापरवाही के कारण मिशन 2023 (विधानसभा चुनाव) से पहले भाजपा, संगठन स्तर पर कसावट करने जा रही है। इस कारण 16 जिलों के अध्यक्ष निशाने पर हैं। इसमें उज्जैन भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी पर भी तलवार लटक रही हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कई जिलों में अध्यक्ष संगठन के कामकाज में तत्परता नहीं बरत रहे हैं। कई जगह समन्वय का अभाव है।
इनमें से कई जिलों में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। वहीं, कई अध्यक्ष के खिलाफ अन्य शिकायतें हैं। कुछ जिलों में नेताओं के बीच पटरी न बैठ पाने का भी मुद्दा शामिल है। अध्यक्ष के कामकाज को लेकर लंबे समय से शिकायत सामने आती रही है। रही-सही पोल नगरीय निकाय चुनाव में हुए कम मतदान ने पोल खोल दी।
उज्जैन के नगर अध्यक्ष विवेक जोशी के कार्यकाल में भाजपा ने महापौर मुकेश टटवाल को चुनाव तो जितवा दिया लेकिन हार-जीत का अंतर बहुत मामूली हो गया। वहीं जीतने वाले पार्षदों की संख्या को बढा नहीं पाए। यह संख्या उतनी ही हैं, जितनी पिछली परिषद में रही थी। स्थानीय संगठन के कमजोर प्रदर्शन के कारण भी अध्यक्ष से प्रदेश संगठन नाराज हैं। यही वजह हैं की जोशी संगठन के निशाने पर आ गए हैं। इसी तरह रायसेन, नरसिंहपुर, कटनी, शाजापुर, आगर, आलीराजपुर, झाबुआ, छतरपुर, भोपाल ग्रामीण, रतलाम और सतना के जिलाध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं।









