Thursday, June 8, 2023
Homeपेरेन्टिंग एंड चाइल्डबेटियों की परवरिश पिता के बिना क्‍यों अधूरी है

बेटियों की परवरिश पिता के बिना क्‍यों अधूरी है

बेटियां जहां मां की सहेली होती हैं, वहीं पिता की सबसे ज्‍यादा लाडली होती हैं। एक बेटी की परवरिश में पिता की बहुत अहम भूमिका होती है।

इस दुनिया में आने के बाद लड़कियां सबसे पहले किसी पुरुष को जानती हैं तो वो है उनका पिता। फादर बहुत खास होते हैं और बिना कोई शिकायत किए अपनी बेटी की हर डिमांड को पूरा करते हैं।

वहीं, बेटी की विदाई में अगर कोई सबसे ज्‍यादा रोता है तो वो भी पिता ही होते हैं। आखिर एक पिता का अपनी बेटी से इतना खास रिश्‍ता क्‍यों होता है?

जिंदगी में पहले पुरुष होते है

लड़कियों की जिंदगी में उनके पिता ही पहले पुरुष होते हैं। वो क्‍या करते हैं, कैसे करते हैं, बेटियों के प्रति उनका व्‍यवहार और हर छोटी चीज का असर बे‍टियों पर पड़ता है। पिता अपनी बेटियों के लिए पुरुष के रूप का एक आईना होते हैं। वह जो भी करते हैं बेटियों को वो अच्‍छा ही लगता है।

बचपन से ही बेटों को महिलाओं का आदर और सम्‍मान करना सिखाएं। बहन, मां और घर की अन्‍य महिलाओं का आदर करना सिखा कर आप इसकी शुरुआत कर सकते हैं।

इसके बाद उसे हर इंसान से सम्‍मानपूर्वक बात करने की सीख दें। घर का नौकर हो या बाहर का कोई व्‍यक्‍ति, उसे हर किसी से आदर से बात करने के लिए कहें।इससे समाज में बच्‍चे का आदर बढ़ेगा। आज के समय में पुरुषों में ये गुण होना बहुत जरूरी है और इसकी नींव आप बचपन से ही रखें तो बेहतर होगा।

बेटियों को करते हैं प्रोटेक्‍ट

मां की तरह पिता भी अपनी बेटियों को बेइंतहा प्‍यार करते हैं। एक पिता अपनी बेटी को जितना प्रोटेक्‍ट करता है, उतना शायद ही कोई करता होगा। जब हमारे साथ डैड हों तो कोई हमारी तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता है।

पति के लिए बनते हैं रोल मॉडल

कहा जाता है कि हर लड़की अपने पिता जैसी खूबियों को अपने पति में ढूंढती है और चाहती है कि उसका पति उसके डैड की तरह ही उसे प्‍यार करे और उसके नखरे उठाए। पिता का प्‍यार देखकर लड़कियों के मन में ये बात गहरी छाप छोड़ जाती है कि उनका पति भी उन्‍हें इसी तरह प्‍यार और सपोर्ट करे।

इतना ही नहीं, जिन लड़कियों की अपने पिता के साथ गहरी दोस्‍ती होती है उनका अपने आसपास के लोगों और दोस्‍तों के साथ भी अच्‍छा व्‍यवहार होता है।

मां के गुस्‍से से बचाते हैं

कोई गलती करने पर आपने भी मां की डांट सुनी ही होगी और ऐसे में मां की गुस्‍से से भरी निगाहों से अगर कोई बचा सकता है, तो वो हैं आपके पिता। मां के गुस्‍से को शांत करने की हिम्‍मत भी डैड में ही होती है।

हमेशा रहती हैं प्रिंसेस

बेटियां अपने पिता के लिए हमेशा प्रिंसेस ही होती हैं। आप चाहे कितनी भी बड़ी हो जाएं, लेकिन अपने डैड के लिए आप हमेशा उनकी लिटिल गर्ल ही रहेंगी, जिसके नखरे वो पूरी जिंदगी उठा सकते हैं। पिता के लिए बेटियां लाडली ही रहती हैं।

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर

error: Alert: Content selection is disabled!!