चेहरे पर मिले चोट के निशान, पुलिस ने दर्ज किया केस
लाइव कंसर्ट के दौरान मंच पर बिगड़ी थी तबीयत
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत के गम से लोग अभी उबरे भी नहीं हैं कि बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर केके (KK) यानी कृष्ण कुमार कन्नाथ (Krishnakumar Kunnath) के निधन की खबर ने एक बार फिर लोगों की आंखों को नम कर दिया है. इस खबर के बाद से जहां चौतरफी सन्नाटा पसरा है, वहीं हर किसी के जहन में इस समय एक ही सवाल चल रहा है, वह यह कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मशहूर गायक यूं अचानक दुनिया छोड़ गए.
दरअसल, सिंगर केके अपने आखिरी समय में भी लाइव कॉन्सर्ट में थे. कोलकाता के गुरुदास कॉलेज के फेस्ट में परफॉर्म करते वक्त गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ उर्फ केके की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगर केके कॉन्सर्ट के दौरान बार-बार अपने साथियों से तबीयत बिगड़ने की बात कह रहे थे. जब ज्यादा परेशानी होने लगी तब उन्होंने मेकर्स से स्पॉटलाइट बंद करने को कहा.
खबर है कि तकरीबन रात 8:30 बजे केके लाइव कॉन्सर्ट खत्म कर होटल लौट गए. हालांकि यहां भी उन्हें आराम नहीं मिला और वह अचानक गिर गए, जिसके बाद लगभग 10:30 उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया. इस दौरान अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक, प्रशासनिक अधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे. इस बात की जानकारी मंत्री अरूप विश्वास को दी गई और सोशल मीडिया पर खबर सामने आते ही आम से लेकर खास सभी शोक में डूब गए.
मालूम हो कि, मशहूर सिंगर केके (Singer KK) का देर रात बीते मंगलवार को कोलकाता में निधन हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केके का निधन दिल का दौरा पड़ने के कारण हुआ है. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें कोलकाता के CMRI हॉस्पिटल ले जाया गया था.
केके के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नथ की असमय मृत्यु की खबर सुनकर दुखी हूं. उनके गीतों में व्यापक भाव प्रदर्शित होते हैं. हम उन्हें सदैव उनके गीतों के माध्यम से याद करेंगे. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.”
केके को ‘पल’ और ‘यारों’ जैसे गानों के लिए जाना जाता है, जो 1990 के दशक के अंत में किशोरों के बीच बड़े हिट हो गए थे. उन्हें अक्सर स्कूल और कॉलेज के विदाई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान सुना जाता था.
उनकी 1999 में आए पहले एल्बम ‘पल’ को संगीत समीक्षकों ने काफी सराहा था. 2000 के दशक की शुरुआत से उन्होंने पार्श्व गायन में अपना करियर बनाया और बॉलीवुड फिल्मों के लिए लोकप्रिय गीतों की एक विस्तृत श्रृंखला रिकॉर्ड की.केके ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी और बंगाली सहित अन्य कई भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए.