भगवान महाकालेश्वर के प्रसाद की भक्तों में चाहत, विशेष काउंटर व्यवस्था की थी समिति ने
एक ही दिन में श्रद्धालु 64 क्विंटल खरीदकर लड्डू ले गए
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:श्रद्धालुओं में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन प्रति जितनी ललक है, उतनी ही चाहत उनके लड्डू प्रसाद को लेकर है। यह अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि भगवान के भक्त 1 ही दिन में 64 क्विंटल लड्डू लेकर गए। इन लड्डू का विक्रय सोमवती अमावस्या के दिन हुआ।
सोमवती अमावस्या पर महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति दर्शनार्थियों को पर्याप्त मात्रा में सरलता से लड्डू प्रसाद उपलब्ध करवाने में सफल रही। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि सोमवार को मंदिर समिति के काउंटर 64 क्विंटल से अधिक लड्डू प्रसाद का विक्रय हुआ। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए 7 काउंटर लगाए गए थे
चलित भस्मआरती से श्रद्धालुओं को दर्शन लाभ
महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के दौरान श्रद्धालुओं को भस्मआरती के दर्शन कराने के लिए चलित भस्मआरती दर्शन व्यवस्था की गई है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक सोनी के अनुसार चलित भस्मआरती में दौरान ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर भगवान की भस्मआरती के दर्शन हो सके, इसलिए प्रत्येक सोमवार कार्तिकेय मंडपम को पूर्ण रूप से खाली रखा जा रहा है।
इसमें सतत 3-4 कतार में श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन करवाने को व्यवस्था की गई है। महाकालेश्वर की भस्मआरती में बिना पंजीयन के भी प्रतिदिन पट खुलने के बाद चलित भस्म आरती की व्यवस्था से 30 से 40 हजार भक्त कर रहे हैं।
अवंतिका द्वार से केवल उज्जैन शहर के नागरिकों को प्रवेश
महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के उज्जैन शहर के नागरिकों को अवंतिका द्वार से प्रवेश देने की सुविधा प्रारंभ की गई है। इसके लिए पूर्व पंजीयन या आधार कार्ड के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। इस सुविधा के चलते शहर के आसपास और जिलेभर के लोग भी आने लगे हैं।
इससे गेट पर प्रतिदिन बहस की स्थिति निर्मित हो रही है। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा स्पष्ट किया गया है कि अवंतिका द्वार केवल उन्हीं नागरिकों को प्रवेश दिया जाएगा, जो उज्जैन नगर निगम सीमा के रहवासी है। साथ ही जिनके पास आधार कार्ड है। इस जानकारी बाबद जल्द ही एक सूचना का बोर्ड भी द्वार पर लगाया जा रहा है।