उज्जैन : श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक बार फिर भस्म आरती के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। ठगी का मामला दिल्ली के श्रद्धालुओं के साथ हुआ जहां उन्हें शहर के 2 युवकों ने 4500 रुपये लेकर नकली परमिशन प्रदान कर दी जहा मामले का खुलासा उस समय हुआ जब मंदिर समिति के कर्मचारियों ने स्कैनर से स्कैन न होने पर क्यूआर कोड नकली पाया गया। मामले में मंदिर समिति के पत्र के आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया ।
भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती में प्रतिदिन देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होने के लिए आते हैं महाकाल लोक बनने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है इसी के चलते भस्म आरती मैं दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने से उन्हें ऑनलाइन परमिशन नहीं मिल पाती इसी का फायदा उठाते हुए कुछ लोग श्रद्धालुओं के साथ लगातार ठगी करने में लगे हुए हैं।
महाकाल थाने एसआई जयंत डामोर ने बताया कि महाकाल मंदिर समिति की ओर से एक पत्र दिया गया था जिस पर दिल्ली से आए श्रद्धालु नितेश भारद्वाज मोहित अरोरा एवं निशांत निवासी उत्तम नगर नई दिल्ली द्वारा मंदिर समिति में लिखित शिकायत करना बताया गया था शिकायत में बताया गया था कि तीनो श्रद्धालु उज्जैन में कालसर्प पूजन कराने आए थे।
यहां पर उन्हें पवन कुमार नामक व्यक्ति ने भस्मारती अनुमति जारी करने के लिए मृत्युंजय कुमार नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया था चर्चा के बाद मृत्युंजय कुमार द्वारा 4500 रुपये लेकर तीनों श्रद्धालुओं की भस्म आरती अनुमति जारी करवाई गई थी तीनों श्रद्धालु जब भस्मारती अनुमति लेकर मंदिर पहुंचे तो जांच के दौरान उक्त अनुमति किसी अन्य श्रद्धालु को जारी की गई अनुमति से कापी कर श्रद्धालुओं के नाम डाल कर दी गई थी श्रद्धालुओं द्वारा की गई लिखित शिकायत के बाद महाकाल मंदिर समिति ने मृत्युंजय कुमार और पवन कुमार नामक दो युवकों के विरुद्ध धारा 420 के तहत महाकाल थाने में प्रकरण दर्ज कराया है।