मक्सी-उज्जैन मार्ग पर दर्दनाक हादसा
ट्राले और बस में भिड़ंत, 5 लोगों की मौत….15 से ज्यादा घायल
यूपी से अहमदाबाद जा रही थी बस…
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन/शाजापुर।मक्सी-उज्जैन मार्ग पर बुधवार रात करीब साढ़े 3 बजे एक बस और ट्राले में आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि मां और बच्ची ने उज्जैन के जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।15 से ज्यादा घायलों को उज्जैन जिला अस्पताल लाया गया था।
मक्सी थाना प्रभारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि उन्हें हादसे की सूचना सुबह करीब 5 बजे मिली थी। मौके पर पहुंचे तो शारदा ट्रेवल्स की बस यूपी 75 एटी 4799 ट्राले में घुसी हुई थी। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया था। कुछ घायल बाहर सड़क पर पड़े थे, जबकि ज्यादातर बस के भीतर थे।
बस माधवगढ़ उत्तर प्रदेश से अहमदाबाद की ओर जा रही थी। मौके पर जान गंवाने वाले तीनों मृतकों में एक ही परिवार की दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। तीनों बस में आगे की सीट पर बैठे हुए थे। इधर उज्जैन एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि उपचार के लिए उज्जैन लाए गए घायलों में से दो की उज्जैन में मृत्यु हो गई है।
इनकी मौके पर ही मौत, शवों को जिला अस्पताल पहुंचाया
दुर्घटना में परमात्मा शरण, राम जानकी पति परमात्मा शरण और मीरा बाई पति गणेश प्रसाद प्रजापति की मौके पर ही मौत हो गई। शवों को शाजापुर जिला अस्पताल भिजवाया गया है। जबकि राधा (12) ने उज्जैन जिला अस्पताल में दम तोड़ा। हादसे की जानकारी लगते ही तराना, कायथा और मक्सी का बल मौके पहुंच गया था।
आमने-सामने हुई भिड़ंत: मक्सी थाने के एसआई दीपेश व्यास के मुताबिक उज्जैन मक्सी रोड पर दोनता के पास बस और उज्जैन की ओर से आ रहे ट्राले में सामने-सामने भिड़ंत हो गई।
उज्जैन जिला अस्पताल पहुंचे यात्री हिमांशु ने बताया कि उत्तर प्रदेश के माधौगढ़ से मैं अपने माता-पिता और बहन के साथ बस में चढ़ा था। हम सभी अहमदाबाद जा रहे थे। बस में 60 से 70 लोग सवार रहे होंगे। ड्राइवर काफी तेजी से बस को दौड़ा रहा था। रात का समय था, इसलिए सभी सो रहे थे। अचानक से जोर का झटका लगा तो मेरी आंख खुली तो देखा बस एक ट्राले से टकरा गई थी।
आंखों के सामने अंधेरा सा छा गया। पास में देखा तो मां पापा और बहन लहूलुहान पड़े हुए हैं। मां-पापा के साथ ही बहन बुरी तरह से सीट के बीच में फंस गई थी। जैसे-तैसे उन्हें निकालकर उज्जैन अस्पताल लेकर आए, जहां 12 साल की छोटी बहन को मृत घोषित कर दिया गया।
मां और पापा के भी दोनों पैर बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। मां का तो पैर टूट सा ही गया था। बस ड्राइवर की लापरवाही से ही मेरी बहन की मौत हुई है। हिमांशु ने यह भी कहा कि घटना के बाद आसपास के लोगों ने मदद करने की बजाये यात्रियों का सामान लूटना शुरू कर दिया। मेरी मम्मी का पर्स भी चोरी हो गया।
यह यात्री हुए घायल
संदीप (25), अमित (28), परमात्मा (50), नीरू (22), कौश्ल्या (38), शीला (32), पुष्पा देवी(40), अंजली (13), काजल (16), गोपाल (25), केदार सिंह (34), गोपाल पोरवाल (30), राम किलोनी (51)