54 वार्डों में सिर्फ तीन फागिंग मशीन, दो खा रही है धूल
मच्छरों के डंक से परेशान, रोज 20 से ज्यादा शिकायतें
अक्षरविश्व प्रतिनिधिउज्जैन। गर्मी बढऩे के साथ शहर मेंं मच्छरों का प्रकोप भी शुरू हो गया है। शाम होते ही मच्छर डंक मारने लगते हैं। सिर्फ मोहल्लों और कॉलोनियों में ही नहीं अस्पतालों में भी मच्छर मरीजों का परेशान कर रहे हैं। खास बात यह है कि इन दिनों हर इलाके में मच्छरों की संख्या में इतना इजाफा हो गया है कि घरों के अंदर और बाहर बैठना तक दूभर है, लेकिन इनके रोकथाम के लिए नगर निगम की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही हैं।
बता दें कि नगर निगम की सीमा में मच्छरों के प्रकोप को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की होती हैं। इसके लिए फागिंग मशीन चलाई जाती है। निगम रिकॉर्ड के अनुसार शहर के 54 वार्डों में दवा छिड़काव के लिए नगर निगम के पास केवल ३ फॉगिंग मशीन है, जिसमें से केवल एक मशीन ही चालू हालत में है, शेष तीन मशीन धूल खा रही हैं। ऐसे में लोग मच्छरों के डंक से बुरी तरह परेशान हैं।
फागिंग केवल वीआईपी व पॉश इलाकों तक
नगर निगम कंट्रोल रूम में रोजाना 15-20 शिकायतें मच्छर के प्रकोप से परेशान लोग कर रहे हैं। ऐसे में डिमांड अनुसार नगर निगम ने मच्छरों की सुध लेते हुए उनका विनिष्टीकरण करना भी शुरू कर दिया है।
लेकिन फागिंग फिलहाल वीआइपी व पॉश इलाकों तक ही सिमट कर रह गई हैं। शहर की निचली बस्तियों में नगर निगम की टीम मच्छरों को मारने न तो कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने पहुंच रही है ना ही फागिंग मशीन से धुंआ उड़ाने कोई टीम आ जा रही हैं।
मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए, जल्द ही नगर निगम सीमा में फागिंग मशीन चलाने के साथ दवा का छिड़काव भी शुरू किया जाएगा। – संजेश गुप्ता, उपायुक्त नगर निगम उज्जैन