Sunday, December 10, 2023
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महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शयन आरती के बाद….बरसात का पानी भरा

महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शयन आरती के बाद….

बरसात का पानी भरा, मंदिर प्रबंध समिति ने पंप लगाकर 10 मिनट में कर दिया खाली…

कलेक्टर ने कहा- अब महाकाल मंदिर में बारिश का पानी नहीं…

नगरकोट मंदिर में भी पानी घुसा, मोटर पंप से निकाला

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:उज्जैन में बीती रात जमकर मूसलाधार बारिश हुई। एक रात में ढाई इंच से ज्यादा पानी बरसा। शयन आरती के बाद महाकाल मंदिर का नंदी हॉल भी बारिश के पानी से लबालब हो गया। मात्र 10 मिनट में मंदिर प्रशासन ने ताबड़तोड़ मोटर पंपों से निकाल दिया गया।

चर्चा यह भी थी कि पानी गर्भगृह तक पहुंच गया, लेकिन अधिकारियों ने ऐसी स्थिति बनने से इनकार किया। वहीं सोशल मीडिया पर मंदिर में पानी भरा होने की जानकारी वायरल होने के बाद उज्जैन कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि अब महाकाल मंदिर में बारिश का पानी नहीं है।

शुक्रवार रात तेज बारिश के कारण महाकाल मंदिर में शयन आरती के बाद बारिश का पानी नंदीहॉल में भी जमा होने लगा था। रात करीब 11 बजे नंदी हॉल भी एक फीट से ज्यादा भर गया। नंदी हॉल में पानी भर जाने से हलचल मच गई क्योंकि गर्भगृह में भी पानी भर जाने की आशंका थी। ताबड़तोड़ मोटर पंपों से पानी को बाहर निकाला गया। शयन आरती के बाद पट बंद हो जाने के कारण ज्यादा परेशानी नहीं हुई।

नंदी हॉल से पानी का दबाव गर्भगृह की ओर भी तेजी से बढ़ गया था। काफी कोशिश करने के बाद भी कुछ पानी गर्भगृह में पहुंचने की चर्चा मंदिर में चलती रही, लेकिन मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। संभवत: पहली बार नंदी हॉल में इतना पानी जमा हुआ है। शहर के प्रसिद्ध नगरकोट मातारानी मंदिर में भी पानी भर गया। पानी गर्भगृह में ज्यादा न भराए इसके लिए मोटर पंप से पानी निकाला गया।

नगर निगम की जलकार्य समिति के प्रभारी प्रकाश शर्मा ने भी शनिवार सुबह नगरकोट मंदिर का निरीक्षण किया और पानी निकासी कराई मंदिर के बाहर रोड पर पानी सुबह भी जमा रहा।जीवाजी वेधशाला के आंकड़ों के अनुसार शहर में अब तक 22.50 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

इसलिए बनी पहली बार यह स्थिति

बारिश रात करीब 10 बजे के आसपास जमकर हुई। इस कारण पूरे शहर में जल जमाव की स्थिति बनी।

महाकाल मंदिर परिसर में निर्माण कार्य हो रहे हैं। दर्शनार्थियों के लिए टनल भी बन रही। इससे बारिश के पानी की निकासी में परेशानी।

मंदिर जमीन के अंदर है। इस कारण पानी का बहाव नीचे की ओर ज्यादा रहा। नंदी हॉल के ऊपर से भी रैंप होते हुए पानी नंदी हॉल तक पहुंचा।

दर्शन जारी… 80 हजार से ज्यादा भक्तों ने किए दर्शन

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अनुसार दर्शन व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। नित्य प्रात: होने वाली भस्मारती में बारिश के पानी से दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। भस्मारती से पहले पूरा नंदी हॉल और परिसर साफ कर दिया गया।

भस्मार्ती के बाद से ही दर्शनार्थी लगातार महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने दी जा रही है। शनिवार दोपहर तक 80 हज़ार से अधिक दर्शनार्थियों ने भगवान के दर्शन किए।

भगवान महाकालेश्वर मंदिर में किसी भी तरह का जलभराव नहीं हुआ है। रात्रि में बारिश के कारण पानी नंदी हाल में आ गया था, जिसे हेवी मोटर्स से तुरंत बाहर कर दिया गया।

मंदिर में 6 हेवी मोटर्स लगी हुई हैं। शनिवार सुबह से लेकर दोपहर तक लगभग 80 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किये हैं। कलेक्टर ने कहा है कि कतिपय व्यक्तियों द्वारा सूचना फैलाई जा रही है कि महाकालेश्वर मंदिर में बारिश का पानी भरा हुआ है। यह बात एकदम भ्रामक है।-कुमार पुरुषोत्तम कलेक्टर, उज्जैन

मंदिर प्रशासन बारिश के पानी की निकासी के लिए बड़ी स्ट्रॉम वाटर लाइन डालेगा। नंदीहॉल भर गया था, तुरंत निकलवाया बारिश तेज होने के साथ निकासी की समस्या बढ़ जाने के कारण नंदीहॉल में पानी भर गया था, जिसे तत्काल निकलवा दिया गया। गर्भगृह में पानी किसी ने देखा नहीं।-संदीपकुमार सोनी प्रशासक महाकाल मंदिर

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