भीड़ नहीं होने के बाद भी लोगों को दो किलोमीटर चलना पड़ रहा
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक कमी आ गई है, लेकिन मंदिर प्रबंध समिति द्वारा पूर्व से निर्धारित व्यवस्थाओं के अनुसार ही लोगों को दर्शन कराये जा रहे हैं जिस कारण लोगों को दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है।
महाकाल लोक बंद
एक ओर मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे का अनुमान लगाकर दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया था वहीं दूसरी ओर 10 अप्रैल तक महाकाल लोक में आम लोगों का प्रवेश भी बंद कर दिया गया है सिर्फ दर्शनों के लिये बेरिकेड्स में लगे लोग महाकाल लोक से मानसरोवर धाम तक पहुंच रहे हैं, जबकि स्थिति यह है कि समिति के अनुमान से आधे लोग भी दर्शनों के लिये मंदिर नहीं पहुंच रहे।
एक कारण यह भी
कथा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। कई लोग जो कथा शुरू होने के 2-3 दिन पहले से यहां आ चुके थे उन्होंने मंच के सामने व आसपास जगह रोक ली है। कथा की समाप्ति तक यही स्थान सुरक्षित रखने के लिए श्रद्धालु महाकाल मंदिर का रूख नहीं कर रहे हैं। अनुमान है कि कथा समाप्ति पर मंदिर में भीड़ होगी।
प्रसाद काउंटरों पर ताले:
महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था परिवर्तन के चलते हजारों की भीड़ का अनुमान के कारण मंदिर परिसर स्थित प्रसाद के 4 काउंटर बंद कर दिये गये थे जो भीड़ नहीं होने के बाद भी आज तक बंद हैं।
अनुमान हुए फेल
मंदिर समिति द्वारा संभावना जताई गई थी कि शहर में पं. प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने देश भर से आने वाले लोगों के कारण महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ेगी। इसी के चलते महाकाल लोक के गेट से सामान्य दर्शनार्थियों को प्रवेश देकर मानसरोवर धाम तक लाने के बाद टनल के रास्ते मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था की गई है,
लेकिन मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या सामान्य दिनों से भी कम है इसके बावजूद मंदिर समिति द्वारा पूर्व से की गई दर्शन व्यवस्था में बदलाव नहीं किया गया। सुबह 11 बजे तक दर्शनार्थियों को महाकाल लोक से प्रवेश देकर नंदीहॉल के पीछे बेरिकेडिंग से दर्शन कराये जा रहे थे।