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महाकाल के सामने आदर्श रोड के लिए 'लाभ शुभ ' ध्वस्त
Sunday, October 1, 2023
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महाकाल के सामने आदर्श रोड के लिए ‘लाभ शुभ ‘ ध्वस्त

महाकाल के सामने आदर्श रोड के लिए ‘लाभ शुभ’ ध्वस्त

रोड चौड़ीकरण के लिए 6 भवनों की तुड़ाई शुरू

अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। महाकाल मंदिर के सामने भारत माता मंदिर से हरिफाटक ब्रिज रोड को जोडऩे के लिए बनाए जा रहे आदर्श रोड के चौड़ीकरण की राह में आ रहे भवनों को तोडऩे का काम प्रशासन की संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह से शुरू किया। सबसे पहले चार मंजिला होटल लाभ शुभ को तोडऩा शुरू किया गया। इस क्षेत्र के कुल छह भवनों को तोड़ा जा रहा है।

भवनों को तोडऩे का काम सुबह करीब 10 बजे से शुरू हुआ। एसडीएम कल्याणी पांडे सहित नगरनिगम के अधिकारी अमले के साथ पहुंचे। क्षेत्रीय पार्षद नाजिमा बी के पति भी पहुंचे। तीन जेसीबी के साथ गैंग ने तोडफ़ोड़ शुरू की। सबसे पहले चार मंजिला होटल शुभ लाभ पर कार्रवाई शुरू की गई।

जेसीबी चलाकर निर्माण ध्वस्त किए गए। इस कार्रवाई के पहले दोनों ओर पुलिस बल तैनात कर रास्ते बंद किए गए। कार्रवाई के दौरान क्षेत्रीय लोगों का मजमा भी लगा रहा। एसडीएम पांडे ने बताया अभी छह भवनों को तोडऩे की कार्रवाई की जा रही है। मौके पर पुलिस फोर्स भी तैनात रहा।

दो साल पहले बेदखल आदेश

तहसीलदार द्वारा जारी नोटिस में सभी को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि महाकाल मार्ग के दक्षिण पूर्व में कस्बा उज्जैन की भूमि सर्वे नंबर 2252/1 और सर्वे नंबर 2252/2 की जमीन से आपको बेदखल किया गया है। यह आदेश 11 अगस्त 2021 को जारी किया गया था। तहसीलदार ने गत 14 अप्रैल तक अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी थी। इसके बाद भी 19 अप्रैल तक का समय दिया गया।

पहले ही जारी कर दिए थे अंतिम नोटिस

होटल सहित सभी भवन मालिकों को तहसीलदार ने पहले ही नोटिस जारी कर दिए थे। प्रशासन ने ये नोटिस 11 अप्रैल को जारी कर कहा था कि अपने अतिक्रमण स्वत: स्वेच्छा से हटा लें अन्यथा प्रशासन हटाने की कार्रवाई करेगा। कुछ लोग पहले ही कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले चुके हैं।

इन पर चली जेसीबी

लाभ शुभ होटल नितेश जैन की है। करीब 750 वर्गगीट जमीन पर जी प्लस थ्री निर्माण हो चुका है। इसके अलावा जरीनाबाई की हजार वर्गफीट जमीन पर बड़ी बिल्डिंग थी।

इसमें कई किरायेदार रह रहे थे। एक परिवार के तीन अलग अलग मकान भी हैं। इनमें गणेश पिता हेमराज, सुशीलाबाई पति हेमराज और ओमप्रकाश पिता हेमराज शामिल हैं। सुशीलाबाई पति फुनंदा का भी भवन है। तीन मकान कच्चे हैं।

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