महाकाल मंदिर : गर्भगृह में प्रवेश शुरू होते ही प्रोटोकॉल और शीघ्र दर्शन काउंटर पर भीड़
पहले दिन 550 अनुमति जारी का था कोटा, सुबह 10 बजे तक पूरा हो गया
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।पं. प्रदीप मिश्रा की कथा के कारण महाकालेश्वर मंदिर में भीड़ नियंत्रण हेतु चार से दस अप्रैल तक गर्भगृह में दर्शन पर रोक लगाई गई थी। मंगलवार से प्रवेश शुरू हुआ तो प्रोटोकॉल कार्यालय पर लगे शीघ्र दर्शन व 1500 की रसीद वाले काउंटरों पर कतारें लग गई।
महाकालेश्व मंदिर प्रबंध समिति ने मंगलवार सुबह से महाकाल मंदिर के गर्भगृह में दर्शन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया, इसी के साथ गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया। सात दिन से सुने पड़े प्रोटोकॉल और 1500 की रसीद वाले काउंटरों पर आज सुबह भीड़ रही। दोनों जगह श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी।
प्रोटोकॉल कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर 12 बजे तक के समय में 1500 की रसीद के 300 तथा प्रोटोकॉल दर्शन का 250 पास जारी करने का कोटा था। मंगलवार सुबह 10 बजे तक ही यह कोटा पूरा हो गया।
प्रोटोकॉल की एक को दस अनुमति, 1500 रुपए की रसीद वालो को सिर्फ एक
मंगलवार से शुरू हुई गर्भगृह दर्शन व्यवस्था में आम श्रद्धालु 1500 रुपए की अभिषेक रसीद के लिए भी परेशान होते रहे, क्योंकि कतार में लगे एक व्यक्ति को सिर्फ एक ही रसीद जारी की जा रही थी। इसके विपरीत प्रोटोकॉल के दायरे में आने वाले लोगों में एक व्यक्ति दस-दस अनुमति लेकर जा रहा था। इससे श्रद्धालुओं में नाराजगी थी।
प्रतिबंधित होने के बाद भी श्रद्धालु मोबाइल ले गया जो चोरी भी हुआ
मंगलवार सुबह अरूण कुमार पिता ओमप्रकाश आगरा से महाकाल दर्शन के लिए आया था। दर्शन करने के बाद ओंकारेश्वर मंदिर के सामने उसका मोबाइल चोरी हो गया। इसकी शिकायत करने वह महाकाल थाने पहुंचा। पुलिस ने फरियादी की शिकायत भी दर्ज कर ली। बड़ा सवाल यह है कि महाकाल मंदिर परिसर में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित है और उस पर 200 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। फिर भी श्रद्धालु मोबाइल ले जा रहे है और उन्हें रोका-टोका नहीं जा रहा है।
डीएसपी के आते ही खाली हो गई सड़क
मंगलवार सुबह गुदरी स्थित सब्जी मंडी से महाकाल थाने की ओर जाने वाली सड़क पर ई-रिक्शा और ऑटो चालक कतार में खड़े हो गए थे। इस कारण यह मार्ग रूक गया था और जाम लग गया था। कुछ समय बाद जब इस मार्ग से यातायात डीएसपी सुरेन्द्रपाल सिंह राठौर की गाड़ी गुजरी तो सब इधर उधर हो गए और कुछ देर के लिए सड़क खाली सी हो गई।