महाकाल मंदिर में आकार ले रही टनल
कार्तिकेय मंडपम तक हुई खुदाई, रैंप भी बन रहा
अक्षरविश्व प्रतिनिधि. उज्जैन : महाकाल मंदिर परिसर में दर्शन के लिए बनाई जा रही अंडरग्राउंड टनल का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। कार्तिकेय मंडपम की दीवार तक खुदाई कर दी गई है। दूसरे हिस्से में रैंप का काम किया जा रहा है। इस पर स्लैब डाली जाएगी। टनल सहित मंदिर में प्रवेश की तीन स्तरीय व्यवस्था होगी।
मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर के पास से कार्तिकेय मंडपम तक करीब 150 फीट लंबी टनल बनाई जा रही है। यह जमीन के अंदर 15 फीट गहरी होगी और ऊपर से दिखाई नहीं देगी। रात और दिन इसका काम यूडीए द्वारा किया जा रहा है। महाकाल मंदिर प्रशासक एवं सीईओ यूडीए संदीप कुमार सोनी के मार्गदर्शन में कार्यपालन यंत्री केसी पाटीदार और इंजीनियर शैलेंद्र जैन द्वारा कराया जा रहा है। लेवलिंग के साथ फाउंडेशन डाली जा रही है।
150 फीट लंबा हिस्सा भूमिगत टनल का रहेगा।
290 फीट लंबी टनल मंदिर परिसर में बन रही।
138 फीट का हिस्सा रैंप जैसा होगा। यह भूमिगत नहीं होगी। ऊपर की स्लैब दिखेगी।
इन तीन रास्तों से नंदीहॉल में प्रवेश
1. रैंप और टनल से होकर गणेश मंडपम और नंदी हॉल में प्रवेश।
2. परिसर में कार्तिकेय मंडपम से प्रवेश होगा। इसके लिए हॉल और टनल में एंट्री नहीं करना पड़ेगी।
3. भीड़ ज्यादा होने पर न्यू वेटिंग हॉल में जिग्जेग बैरिकेटिंग से घूमकर रैंप और टनल होकर प्रवेश।
गणेश मंडपम से ऐसे जुड़ेगी
दो पेड़ के पास से एल शेप में रहेगी। आधा हिस्सा रैंप में रहेगा, जो ऊपर से दिखाई देगा। इस पर स्लैब डाली जाएगी। रैंप पर भी कांक्रीट शुरू कर दिया गया है।
कार्तिकेय मंडपम के नीचे गणेश मंडापम की दीवार को तोड़कर टनल को गणेश मंडपम से जोड़ दिया जाएगा। इस तरह दर्शनार्थी सीधे गणेश मंडपम से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। गणेश मंडपम से बड़ा गणेश मंदिर की ओर का हिस्सा स्मार्ट सिटी बना रही है। जूना महाकाल के पास इमरजेंसी एग्जिट को तोड़कर टनल को जोड़ा जाएगा।