स्वयं कलेक्टर और मंदिर प्रशासक बनकर मोबाइल पर करता था बात
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महाकालेश्वर मंदिर में सिक्यूरिटी का काम करने वाली महिला के साथ एक व्यक्ति ने मंदिर में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। नीलगंगा पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि विनीता गुप्ता पति ओमप्रकाश गुप्ता निवासी शास्त्री नगर महाकालेश्वर मंदिर में सिक्युरिटी का काम करती है। उसका परिचय यहीं पर पूर्व में सिक्यूरिटी का काम करने वाले शुभम गुप्ता से हुआ। शुभम ने उसे बातों में उलझाया और महाकालेश्वर मंदिर में स्थायी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और रुपये ऐंठ लिये।
बाद में शुभम ने अलग-अलग विभागों स्मार्ट सिटी, वन विभाग में भी नौकरी का झांसा विनीता को दिया। करीब एक साल में नौकरी का झांसा देकर शुभम ने विनीता से करीब 4 लाख रुपये ठग लिये। इस दौरान वह उसने विनीता से पूर्व कलेक्टर और मंदिर प्रशासक बनकर कई बार मोबाइल पर बातचीत भी की। जब नौकरी नहीं लगी तो विनीता ने थाने पहुंचकर शुभम गुप्ता निवासी आगर नाका के खिलाफ धारा 420 का केस दर्ज कराया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर दो दिन की रिमाण्ड पर लेकर पूछताछ शुरू की है।
अनुबंध के नाम पर धोखाधड़ी
तरुण कुमार जग्गी पिता सीताराम जग्गी 53 वर्ष निवासी विवेकानंद कालोनी के साथ कार का अनुबंध करने के नाम पर धोखाधड़ी की गई जिसकी रिपोर्ट नीलगंगा थाने में दर्ज कराई गई है।