Tuesday, November 28, 2023
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महाकाल लोक एक्सप्रेस.. सवारियों का करना पड़ रहा लंबा इंतजार…

प्रचार-प्रसार के अभाव में लोगों को नहीं मिल पा रही जानकारी, तीन दिन में लगभग 60 सवारियां ही मिली

अक्षरविश्व न्यूज, उज्जैन। गुरुपूर्णिमा के दिन सोमवार से नगर निगम ने यात्रियों और पर्यटकों को सहजता से देव दर्शन कराने के लिए देवासगेट बस स्टैंड तथा हरसिद्धि क्षेत्र से महाकाल लोक एक्सप्रेस उज्जैन दर्शन बस सेवा शुरू की थी। पहले दिन नि:शुल्क होने के कारण दोनों वाहन फुल हो गए थे, लेकिन उसके बाद से यह वाहन सवारियों से फुल नहीं हो पा रहे हैं। प्रतिदिन औसतन 19-20 सवारियां ही मिल पा रही है।

उल्लेखनीय है कि गुरुपूर्णिमा के अवसर पर नगर निगम ने पुरानी सिटी बसों को सुधराकर उन्हें महाकाल लोक एक्सप्रेस उज्जैन दर्शन बस सेवा के रूप में चलाना शुरू किया था। इस दिन सुबह महापौर और अन्य जनप्रतिनिधियों ने देवासगेट बस स्टैंड पर हरी झंडी दिखाकर यह बस सेवा शुरू की थी। पहले दिन यात्रियों के लिए देवदर्शन का सफर नि:शुल्क रखा गया था। इस कारण दोनों शिफ्टों में बसें यात्रियों से फुल रही थी, लेकिन उसके बाद ४ मई से लेकर आज सुबह १० बजे तक देवासगेट बस स्टैंड तथा चारधाम मंदिर के सामने पानी की टंकी के नीचे खड़ी महाकाल लोक एक्सप्रेस की बसें खाली नजर आ रही थी। चारधाम क्षेत्र में सुबह 10 बजे तक केवल दो सवारियां टिकट लेकर बैठी थी। शेष सवारियों का इंतजार हो रहा था। बताया गया कि महाकाल लोक एक्सप्रेस सेवा की एक बस सुबह 10 बजे चारधाम मंदिर के सामने से चलती है। जबकि दूसरी बस दोपहर २ बजे देवासगेट से संचालित होती है। इन बसों में एक यात्री से 100 रुपए किराया निर्धारित है। इसके अंतर्गत यात्रियों को बस १० प्रमुख देवस्थानों के दर्शन कराती है।

देवासगेट से भेजते हैं हरसिद्धि

शुक्रवार सुबह अक्षरविश्व टीम जब देवासगेट बस स्टैंड स्थित महाकाल लोक एक्सप्रेस के टिकट बुकिंग स्थल पर पहुंची तो यहां से बताया गया कि सुबह १० बजे की शिफ्ट की बुकिंग यहां नहीं की जाती। चारधाम मंदिर के सामने बस मिलती है और वहीं हाथोंहाथ टिकट दिया जाता है। यहां से केवल श्रद्धालुओं को देवदर्शन के लिए हरसिद्धि भेजा जाता है।

इसलिए जानकारी नहीं मिल पाती यात्रियों को

महाकाल लोक एक्सप्रेस बस सेवा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संचालन शुरू होने के वक्त बस को हरसिद्धि चौराहे पर खड़ा रहने का स्थान निर्धारित किया गया था, लेकिन बाद में इसे चारधाम मंदिर के सामने खड़ा किया जा रहा है और वहीं से सवारियां बिठाई जा रही है। हरसिद्धि चौराहे पर पहले से ही तैयार मैजिक और ऑटो चालक उज्जैन दर्शन की सवारियां बिठा लेते हैं। ऐसे में चारधाम तक लोग पहुंच नहीं पाते और बस खाली चलानी पड़ रही है।

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