महाकाल लोक में शुल्क लगाने का टल सकता फैसला…
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद करने पर भी सहमति नहीं, पसोपेश में प्रशासन
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:महाकाल मंदिर क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए महाकाल लोक में शुल्क लागू करने के प्रस्ताव पर अभी मंदिर प्रबंध समिति फैसला टाल सकती है। मंदिर के गर्भगृह में हमेशा प्रवेश बंद रखने का प्रस्ताव भी उठा है, लेकिन इसको लेकर भाजपा कोर कमेटी में ही एक राय नहीं है।
इससे मंदिर प्रशासन भी अभी पसोपेश में है। मंदिर क्षेत्र में ई रिक्शा की संख्या सीमित करने पर कोई फैसला लिया जा सकता है। भाजपा कोर कमेटी और प्रशासन की संयुक्त बैठक में शुक्रवार को महाकाल मंदिर और शिप्रा नदी की सुरक्षा को लेकर मंथन हुआ। कुछ सदस्यों ने महाकाल लोक में शुल्क लागू करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन भाजपा में इस पर पूरी तरह सहमति नहीं है। विधानसभा चुनाव से पहले इसे लागू करना सरकार के लिए मुसीबत बन सकता है। कांग्रेस इसे मुद्दा बनाकर कैश कर सकती है। सूत्रों की मानें तो रविवार को होने वाली महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में इसे व्यवस्था होने तक टाला जा सकता है।
लोक की सुरक्षा और कड़ी करने पर सहमति बनी है। महाकाल मंदिर में बढ़ती दर्शनार्थियों की भीड़ को देख गर्भगृह में हमेशा के लिए प्रवेश बंद करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर भाजपा कोर कमेटी पूरी तरह सहमत नहीं है। प्रबंध समिति में पूरे श्रावण माह में प्रवेश बंद रखने का प्रस्ताव रखा जा सकता है। सिंहस्थ क्षेत्र के अवैध मकानों को तोडऩे की कार्रवाई जल्द हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में बढ़ते अतिक्रमण के कारण विवाद होने लगे हैं और ये कभी भी गंभीर मोड़ ले सकते हैं। इसको लेकर भी कोर कमेटी ने प्रशासन ने चिंता जताई है। नगर निगम प्रशासन जल्द ही कार्रवाई कर सकता है।
लोक की सुरक्षा और कड़ी करने पर सहमति बनी है। महाकाल मंदिर में बढ़ती दर्शनार्थियों की भीड़ को देख गर्भगृह में हमेशा के लिए प्रवेश बंद करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर भाजपा कोर कमेटी पूरी तरह सहमत नहीं है। प्रबंध समिति में पूरे श्रावण माह में प्रवेश बंद रखने का प्रस्ताव रखा जा सकता है। सिंहस्थ क्षेत्र के अवैध मकानों को तोडऩे की कार्रवाई जल्द हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में बढ़ते अतिक्रमण के कारण विवाद होने लगे हैं और ये कभी भी गंभीर मोड़ ले सकते हैं। इसको लेकर भी कोर कमेटी ने प्रशासन ने चिंता जताई है। नगर निगम प्रशासन जल्द ही कार्रवाई कर सकता है।
रामघाट पर 10 मीटर तक हो कांंक्रीट-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बैठक में यह प्रस्ताव भी आया कि रामघाट पर 10 मीटर तक नदी में सीमेंट कांक्रीट कर दिया जाए। हरिद्वार में हर की पौड़ी की तरह यह सुझाव दिया गया है। पिछले सिंहस्थ में भी यह बात उठी थी लेकिन बहुत कम ही कांक्रीट किया जा सका था। प्रशासन इस पर जल्द ही कोई फैसला लेगा।
महापौर ने कहा प्रवेश बंद हो तो पूरी तरह
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में श्रावण माह में अतिविशिष्ट को छोड़कर सभी दर्शनार्थियों का प्रवेश पूरी तरह बंद रखने की तैयारी की जा रही है। भाजपा कोर कमेटी सदस्य और महापौर मुकेश टटवाल ने प्रशासन से कहा है प्रवेश बंद रखा जाए तो पूरी तरह रखा जाए। किसी भी अतिविशिष्ट को प्रवेश न दिया जाए।
मंदिर के पुजारी और पुरोहित भी चाहते हैं अगर प्रवेश बंद रखा जाए तो पूरी तरह रखा जाए। सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, प्रदेश भाजपा सह कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा, जगदीश अग्रवाल, नगर भाजपा अध्यक्ष विवेक जोशी, महामंत्री विशाल राजोरिया, संजय अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
वाकणकर ब्रिज के दोनों ओर की जमीन सिंहस्थ क्षेत्र घोषित की जाए
हरिफाटक ब्रिज के पास बनाए गए वाकणकर ब्रिज के दोनों ओर की जमीन करीब एक एक किलोमीटर तक सिंहस्थ क्षेत्र घोषित करने का सुझाव भी प्रशासन को दिया गया है। अभी इस ब्रिज पर गाडिय़ों की मरम्मत का काम ज्यादा होता है। कुछ सदस्यों ने अधिकारियों को बताया कि सिंहस्थ का मास्टर प्लान लागू करने से सरकार ने मना कर दिया है। इस कारण इसे अभी निरस्त ही समझें। यह मुद्दा भी उठा कि सिंहस्थ क्षेत्र में जहां मुख्य रोड है, वहां किसी तरह का अवैध निर्माण न हो। अगर किसी ने मकान बना लिए हैं तो कार्रवाई की जाए।
कल दोपहर 12 बजे प्रबंध समिति की बैठक
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक रविवार दोपहर 12 बजे से होगी। कलेक्टर और मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में प्रशासक संदीप कुमार सोनी बैठक के प्रस्ताव रखेंगे।
ये 5 फैसले संभव
उज्जैन के दर्शनार्थियों के लिए अलग प्रवेश द्वार शुरू करना। जुलाई माह में इसकी तारीख की घोषणा।
महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों से शुल्क नहीं लिया जाता है। केवल शीघ्र दर्शन शुल्क की व्यवस्था है। इसका प्रचार ज्यादा किया जाए।
मंदिर क्षेत्र में सीमित संख्या में ई रिक्शा चलाए जाएं।
महाकाल लोक दर्शन का समय और बढ़ाया जाए।
महाकाल लोक की सुरक्षा कड़ी की जाए, व्यवस्था में सुधार।