प्रारंभ में निकाली गई कलश यात्रा, समाजजन शामिल हुए
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन। अंकपात क्षेत्र स्थित श्री महेश धाम पर सप्त दिवसीय श्रीमद भागवत कथा कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई। व्यास पीठ पर भागवत मर्मज्ञ पंडित श्याम मनावत विराजमान रहे।
कलश यात्रा राम मंदिर उर्दूपुरा तिराहे से प्रारंभ होकर श्री महेश धाम पर कथा स्थल पर पहुंची। कलश यात्रा में आयोजकों के अलावा माहेश्वरी समाज के कई पदाधिकारीगण, जिला सचिव नवीन बाहेती, प्रदेश महिला अध्यक्ष उषा सोडाणी और शहर के गणमान्य जन उपस्थित थे।
पंडित मनावत ने कथा के प्रथम दिन कहा कि पुराणों का पूर्ण विराम है भागवत। श्रवण से ही संत और शास्त्र के प्रति श्रद्धा जन्म लेती है इसलिए सुनना बोलने से अधिक महत्वपूर्ण है। सुनकर ही देवता बना जा सकता है। जो बिना कहे सुन ले वो राम है। आरती में आयोजक परिवार में से दिलीप लोया, रमेश हेड़ा, जगदीश राठी, रामरतन लड्ढा संजय लड्ढा,
महेश लड्ढा परिवार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
भागवत पूजन में नरेंद्र चितलांगिया, जयप्रकाश राठी, श्यामसुंदर भूतडा, कैलाश डागा, दिनेश माहेश्वरी, उमेश मालू, लोकेंद्र काबरा आदि कई गणमान्यजन उपस्थित थे। जानकारी पुष्कर
बाहेती ने दी।