Sunday, September 24, 2023
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मालिक को धोखा देने वाला आरोपी सायबर पुलिस की गिरफ्त में

अकाउंटेंट का काम करते-करते खाते से उड़ाए लाखों रुपए, भरोसे का फायदा उठाया

मालिक को धोखा देने वाला आरोपी सायबर पुलिस की गिरफ्त में

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:सायबर सेल पुलिस उज्जैन ने बी. कॉम ग्रेजुएट एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने अकाउंटेंट का काम करते-करते मालिक के खाते से लाखों रुपए उड़ा दिए। आरोपी बैरागड़ का मूल निवासी है और उज्जैन में रहकर इंदौर से सीए कर रहा था। इसके साथ ही बैंकिंग और अकाउंटिंग में योग्य होने के कारण एक संस्थान में अकाउंटेंट का काम भी कर रहा था।

पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर पुलिस, जोन- उज्जैन डॉ.रश्मि खरिया ने बताया कि सुरेश रंगवानी पिता गोविंदराम रंगवानी निवासी संतराम सिंधी कॉलोनी, सांवेर रोड, उज्जैन द्वारा राज्य साइबर सेल में 27 अप्रैल 2023 को शिकायत में बताया कि उसने एक्सिस बैंक के खाता से विगत 4-5 माह के दौरान हिस्से-हिस्से में कुल 10,30,000 रुपए निकाले गए हैं। रंगवानी को बैंक खाते से रुपए ट्रांसफर होने की कोई जानकारी नहीं थी।

सुरेश रंगवानी के पास किसी का कोई फोन कॉल भी नहीं आया, ना ही कोई लिंक या रिमोट एप डाउनलोड की है। अपनी बैंकिंग जानकारी भी किसी अज्ञात व्यक्ति को शेयर नहीं की। सुरेश रंगवानी के आवेदन पर शिकायत दर्ज कर जांच उप निरीक्षक अमित परिहार को सौंपी गई। प्रारंभिक जांच में सुरेश रंगवानी के यहां कार्यरत सभी कर्मचारियों से इस संबंध में पूछताछ की गई। जांच उपरांत डिजिटल तथ्य व अन्य तकनीकी जानकारी के आधार अपराध क्र. 74/2023 धारा 409, 420 भादवि व 66 – सी आई. टी. एक्ट ( सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम) अंतर्गत 07.06.2023 पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।

आरोपी इंदौर से कर रहा सीए की पढ़ाई

विवेचना में आये साक्ष्यों के आधार पर राज्य सायबर पुलिस, जोन- उज्जैन की टीम ने सुरेश रंगवानी के यहां बैंकिंग और अकाउंटिंग का काम करने वाले बैरागढ़ भोपाल के मूल निवासी कुणाल कटारिया पिता हेमन्त कटारिया को गिरफ्तार कर पूछताछ की। कुणाल ने बताया कि सुरेश रंगवानी ने अकाउंटिंग के लिए अक्टूबर 2022 में उसे नौकरी पर रखा था।

मालिक सुरेश रंगवानी को मोबाइल फोन से ऑनलाइन लेन-देन करते समय आरोपी ने फोन का पासवर्ड, इंटरनेट बैंकिंग का आईडी पासवर्ड और ट्रांजेक्शन एप का पिन देख लिया था। अच्छे काम को देखकर सुरेश रंगवानी को कुणाल पर अधिक भरोसा हो गया था।

कुणाल ने इसी का फायदा उठाकर 04-05 माह के भीतर मालिक के ही फोन से 5 अलग-अलग बैंक खातों में 10,30,000 रुपये ट्रांसफर कर ऑनलाइन ठगी की। आरोपी कुणाल कटारिया को पकडने में टीम निरीक्षक रीमा यादव कुरील, उनि अमित परिहार, सउनि हरेन्द्रपाल सिंह राठौर, उनि हिमांशु चौहान,प्रधान आरक्षक कमलाकर उपाध्याय,आरक्षक कमल सिंह वरकड़े, तृप्ति लोधी, की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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