Sunday, October 1, 2023
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यह कैसी व्यवस्था …बंद सिग्नल पर बना दिया ई-चालान

यह कैसी व्यवस्था …बंद सिग्नल पर बना दिया ई-चालान

ऐसी स्थिति में शिकायत करने के अलावा वेरीफिकेशन का अधिकार भी

अक्षरविश्व न्यूजउज्जैन।टेक्नालॉजी के इस दौर में आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक नियम तोडऩे वाहन चालकों का ऑनलाइन चालान बनाना तो आसान हुआ है, लेकिन इस व्यवस्था में कई खामियां भी उजागर हो रही हैं।

हालात यह है कि ई-चालान को लेकर आए दिन लोगों की यह शिकायत रहती है कि बिना किसी नियम के तोड़े उनके ई-चालान बनाए जा रहे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जिनको प्रूफ कर पाना भी संभव नहीं होता है। जैसे किसी की गाड़ी का रेड सिग्नल जंप के नाम पर ई-चालान बना दिया जाए जबकि उस वक्त सिग्नल चालू ही नहीं था।

बता दें कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना सभी के लिए बहुत जरूरी होता है। इससे आप स्वयं और सड़क पर चलने वाले बाकी लोग भी सुरक्षित रहते हैं। टेक्नॉलॉजी के इस दौर में आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में बैठे ट्रैफिक जवान कैमरे से फोटो खींचकर ही चालान काट देते हंै।

ऐसे में उल्लंघनकर्ताओं के चालान काटना तो आसान हुआ है लेकिन कई लोगों की शिकायत यह भी है कि बिना किसी नियम के तोड़े भी लोगों के चालान काट दिए गए हैं। ई-चालान से जुड़ी इस तरह की समस्याएं लोग सोशल मीडिया से लेकर कई अन्य माध्यमों से भी करते रहते हैं।

अगर आपका ई-चालान काटा गया है और आपको लगता है कि ट्रैफिक पुलिस ने आपका चालान गलती से काट दिया है या फिर आपकी कोई गलती नहीं होने के बाद भी पुलिस ने आपका चालान बना दिया है। ऐसी स्थिति में आपके पास शिकायत करने के आलावा भी कई तरह के अधिकार हैं।

कोर्ट में भी कर सकते हैं चैलेंज

मामले में एडव्होकेट प्रेमसिंह बघेल का कहना है कि यदि बिना गलती के किसी वाहन चालक का ई-चालान बनाया गया है तो वह इसको कोर्ट में चैलेंज कर सकता है, जहां चालक अपने पक्ष में कोर्ट को बता सकता है कि किस वजह से वह ई-चालान को चैलेंज कर रहा है। यदि विभाग की गलती से गलत चालान बनाया गया है तो कोर्ट तत्काल ई-चालान को रद्द कर सकती हैं।

ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम

शहर में 16 ट्रैफिक जंक्शन, 7 एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर निगरानी कैमरा, स्पीड डिटेक्शन 12 स्थानों पर, 40 स्थानों पर वेरिएबल मैसेज साइनबोर्ड वाला ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम स्थापित किया गया है। इसमें निगरानी कैमरा, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम, रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम, वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली, इमरजेंसी कॉल बॉक्स सिस्टम शामिल है।

पुष्टि के लिए कंट्रोल रूम पर करें संपर्क

आईटीएमएस प्रोजेक्ट के मैनेजर सचिन जैन ने बताया कि अगर आपका गलत ई-चालान आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत बना दिया गया है तो आप चालान वेरीफिकेशन के लिए स्मार्ट सिटी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। आप वहां मौजूद संबंधित अधिकारी से बात करें और पूरी घटना को विस्तार से बताएं और उन्हें बताएं कि आपका चालान गलत है। अगर कंट्रोल रूम में आपकी बात मान ली जाती है तो वहां से ही आपका चालान वापस रद्द हो जाएगा।

यह कहना है वाहन चालक का

अभिषेक नगर निवासी वाहन चालक ने बताया कि यातायात पुलिस स्मार्ट सिटी कंपनी के साथ मिलकर आए दिन लोगों को लाखों रुपए के चालान रेड लाईट का उल्लंघन करने के नाम पर भेज रही है लेकिन चौराहों पर लगाए गए आधुनिक टै्रफिक सिग्नल कई दिनों तक बंद रहते है। इसके अलावा उनका समय भी ठीक से निर्धारित नहीं किया गया है।

नानाखेड़ा जैसे प्रमुख चौराहे की स्थिति यह है कि एक सिग्नल पिछले पांच दिनों से बंद पड़ा है। जिससे निकलते वक्त मेरे वाहन क्रमांक एमपी 13 सीई 3150 का धारा 119/177 के तहत ई-चालान बनाया गया है।

जो 26 मार्च 2023 को मेरे मोबाइल पर मिला। खास बात यह है कि ई-चालान में दर्ज फोटो में भी साफ दिखाई दे रहा है कि जिस वक्त मेरा चालान बनाया गया है उस वक्त सिग्नल बंद था।

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