ये कैसा जल संकट… प्रतिबंध के बाद भी बोरिंग और दादागिरी
पीएचई की टीम पहुंची तो हंगामा, पुलिस के दखल से जब्त हुई मशीन
अक्षरविश्व प्रतिनिधि. उज्जैन जलसंकट से बचाने के लिए प्रशासन ने बोरिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन रात के अंधेरे में गुरुवार को एक कॉलोनी में बोरिंग का मामला पीएचई ने पकड़ा लेकिन उसे बंद कराने के लिए काफी विवाद का सामना करना पड़ा। हंगामे के बाद चिमनगंज पुलिस ने कार्रवाई कर बोरिंग मशीन जब्त की।
मक्सी रोड और कानीपुरा रोड के पास गिरिराज रतन एक्सटेंशन कॉलोनी में गुरुवार रात एक प्लॉट पर मकान निर्माण करने की शिकायत पीएचई को मिली थी।
उपयंत्री दिलीप नवधाने मौके पर पहुंचे और बोरिंग पर प्रतिबंध का हवाला देते हुए काम बंद करने को कहा। इस पर उपयंत्री को तीखे विरोध का समाना करना पड़ा। इस पर उपयंत्री ने चिमनगंज थाना पुलिस को इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई की और मशीन जब्त की।
पार्षद ने भी किया विरोध
बोरिंग रोकने की कार्रवाई का विरोध एक पार्षद ने भी जमकर किया। इसके कारण भी काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। पुलिस कार्रवाई के बाद ही मामला शांत हो सका।
शादियों के लिए मांग रहे सस्ता पानी टैंकर
पेयजल संकट से बचने के लिए शहर में एक दिन छोड़कर पेयजल सप्लाई किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में पानी की किल्लत आ रही, वहां के लिए 250 रुपए में पानी का टैंकर पीएचई द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा। दूसरी ओर शादियों के लिए भी यह टैंकर मंगाया जा रहा। पार्षद भी इसके लिए दबाव बना रहे। इससे पेयजल समस्या बढ़ सकती है। नगर निगम प्रशासन ने इसके लिए 700 रुपए के टैंकर की व्यवस्था भी की है।
शिकायत
पर पहुंचे थे
गुरुवार रात रतन कॉलोनी में बोरिंग कराने की शिकायत रात करीब आठ बजे मिली थी। इस पर मौके पर पहुंचा तो विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस को इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।
दिलीप नवधाने, उपयंत्री पीएचई