डीपीसी के पास आया पत्र, एपीसी जेंडर का मामला…
सुधीर नागर. उज्जैन:जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ एपीसी जेंडर मनीषा मिश्रा को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र का चौंकाने वाला पत्र आया है, जिसमें प्रशासन की जांच रिपोर्ट में क्लीनचिट मिलने के बाद दोबारा विभाग ने जांच रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री और उज्जैन सांसद की शिकायत पर यह जांच दोबारा कराई जा रही है।
एपीसी मिश्रा की शिकायत पर प्रशासन स्वयं जांच करा चुका है और इसकी रिपोर्ट भी राज्य शिक्षा केंद्र को भेजी जा चुकी है। ऐसे में दोबारा जांच रिपोर्ट कराने के पत्र से सभी हैरत में हैं। सांसद अनिल फिरोजिया और उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव जिला शिक्षा केंद्र की एपीसी मनीषा मिश्रा को हटाने के लिए लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एपीसी मिश्रा भारी पड़ रही।
इस मामले में अब फिर नया मोड़ आ गया है। हाल ही डीपीसी एकता जायसवाल के पास राज्य शिक्षा केंद्र का पत्र आया है, जबकि संयुक्त कलेक्टर गरिमा रावत और डीईओ आनंद मिश्रा की जांच रिपोर्ट एपीसी मिश्रा को जांच में दोषी नहीं पाया गया है।
हॉस्टल की एक छात्रा की मृत्यु मामले में तीन महिला प्राचार्यों की कमेटी बनाई गई थी, जिसमें डाइट प्राचार्य रमा नाहटे भी थीं। जांच में पाया गया कि छात्रा की मृत्यु हॉस्टल में नहीं बल्कि रतलाम में हुई थी। वह अपनी मौसी के साथ हॉस्टल से चली गई थी। यह रिपोर्ट भी विभाग को भेजी जा चुकी है, लेकिन विभाग के इस पत्र से प्रशासन के अफसर भी हैरत में हैं।
एपीसी को जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पति मिलने क्यों बुलाते हैं..?
इस मामले में एक चौंकाने वाली बात यह भी सामने आई है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष शिवानी कुंवर के पति एपीसी मिश्रा को मिलने के लिए बुलाते हैं। मिश्रा ने उन्हें दो टूक कह दिया है कि वे उनसे मिलने नहीं आएंगी। अगर उन्हें कोई काम है तो वे ऑफिस आएं लेकिन वे उनसे मिलने नहीं जाएंगी।
उन्होंने कहा है कि अगर उपाध्यक्ष मिलने के लिए बुलाए तो समझ में आता है, लेकिन उपाध्यक्ष पति उन्हें कैसे बुला सकते हैं। सूत्रों का कहना है, इसी बात को लेकर प्रतिष्ठा का विषय बना लिया गया है। विभाग में यह भी चर्चा है कि आखिर जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पति मिश्रा को क्यों बुलाते हैं। चर्चा यह भी है कि एपीसी से रुपयों की मांग की जाती है। जबकि मिश्रा ने यह भी दो टूक कह दिया है कि वे किसी से पैसा नहीं लेती तो किसी को कैसे दे सकती हूं।
पत्र आया है
यह सही है कि एपीसी मिश्रा की जांच के लिए एक पत्र राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल से आया है। वैसे एपीसी मिश्रा को पूर्व में क्लीनचिट दी जा चुकी है। इससे राज्य शिक्षा केंद्र को अवगत कराएंगे।-एकता जायसवाल, डीपीसी
मैं अपना काम सही करती हूं
एपीसी जेंडर का काम मैं अच्छे से कर रही हूं और किसी तरह का भ्रष्टाचार भी नहीं होने दे रही। इसी कारण मेरे खिलाफ साजिश कर बार बार शिकायत की जा रही। यह सही है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पति और ससुर मुझे मिलने बुलाते हैं। मैं उनसे मिलने नहीं जा सकती।उन्हें कोई काम है तो दफ्तर आ सकते हैं। उपाध्यक्ष मिलने बुलाए तो बात फिर भी समझ आती है। मनीषा मिश्रा, एपीसी जेंडर, जिला शिक्षा केंद्र