लगातार विरोध के बाद कुमारविश्वास ने वीडियो के माध्यम से दिया स्पष्टीकरण
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर की थी टिप्पणी
विक्रमोत्सव-2023 में रामकथा कहने आए कवि कुमार विश्वार की टिप्पणी पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल मंगलवार रात को कथा के दौरान कुमार विश्वास ने वामपंथियों को कुपढ़ और आरएसएस से जुड़े लोगों को अनपढ़ कह दिया। खास बात यह के कथा के दौरान भाजपा सहित संघ से जुड़े कुछ लोग भी मौजूद थे।
भाजपा नेताओं ने ही कथा से पहले कुमार विश्वास का स्वागत किया था। बुधवार को इस टिप्पणी से जुड़ा वीडियो बहुप्रसारित हो गया। इसके बाद बवाल शुरू हुआ। समग्र हिंदू समाज ने प्रेस नोट जारी कर कुमार विश्वास से माफी मांगने को कहा है। वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया ने कहा कि कथा वाचकों को कथा कहनी चाहिए, प्रमाण पत्र नहीं बांटने चाहिए। तो दूसरी और भाजपा नेता सोनूगेहलोत ने टावर चौराहे पर लगे कार्यक्रम के पोस्टर को फाड़ दिया और संघ से माफ़ी मांगने की बात कही।
उज्जैन। विक्रमोत्सव के अन्तर्गत उज्जैन में 21 से 23 फरवरी तक कुमार विश्वास द्वारा राम कथा के तहत प्रवचन दिए जाने थे। 21 फरवरी को उन्होने अपने प्रवचन में जो कहा,उसे लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों से लेकर समग्र हिंदू समाज ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सूत्रों का दावा है कि कुमार विश्वास का 22 और 23 फरवरी को होनेवाला कार्यक्रम रद्द हो सकता है। बताया गया है कि उनकी तबियत नासाज है ?
उज्जैन में विक्रमोत्सव के तहत आयोजित उक्त कार्यक्रम में बुलाए गए कुमार विश्वास को लेकर अब आयोजक सीधी टिप्पणी करने से बच रहे हैं,लेकिन उनका कहना है कि उनके साथ तो अविश्वास हो गया। इधर कुमार विश्वास ने कम्युनिस्टों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर जो टिप्पणी की,उसके बाद मुख्य कर्ताधर्ता श्रीराम तिवारी ने तो अपना मोबाइल फोन ही बंद कर लिया है। वहीं हिंदू समाज के बीच से उठे तीखे आक्रोश के बाद जिला पुलिस एवं प्रशासन सतर्क हो गया है।
विक्रमादित्य शोध संस्थान के सूत्रों ने संभावना व्यक्त की है कि उक्त कार्यक्रम बुधवार शाम को नहीं होगा। गुरूवार को भी रद्द रहेगा। पुलिस एवं प्रशासन को आशंका है कि कुमार विश्वास यदि मंच पर पहुंचे तो उनके साथ दुव्र्यवहार हो सकता है। उनका घेराव हो सकता है। उनसे माफी मांगने की मांग को लेकर हंगामा मच सकता है। ऐसे में सुझाव दिया गया है कि उक्त आयोजन को ही निरस्त कर दिया जाए।
ज्ञात रहे मंगलवार को राम कथा के दौरान कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक को अनपढ़ ओर कम्युनिस्टों को कुपढ़ कहा। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बुधवार सुबह से चारों ओर हलचल मच गई। हिंदूवादी संगठनों ने तीखा विरोध किया। सूत्रों का कहना है कि हिंदू समाज की एक बैठक में तय किया गया कि देशभर में इस बात का विरोध किया जाएगा। कुमार विश्वास अपनी कही बात पर माफी मांगे। हिंदू समाज के कुछ लोगों का कहना है कि माफी मांगने के बाद वे यह न सोचें कि वे बुधवार को राम कथा सुना देंगे। अब उन्हे उज्जैन से वापस लौटना होगा।
इधर पुलिस के खुफिया सूत्रों का कहना है कि यदि बुधवार शाम को आयोजकों द्वारा यह आयोजन करवाया जाता है तो बखेड़ा हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तक उक्त बातें पहुंची है और अफसरशाही ने उन्हे सलाह दी है कि उक्त कार्यक्रम अब रद्द कर देना चाहिए।