विक्रम के हॉस्टल में देर रात होते धमाके

शरारती तत्वों की हरकत से हर कोई परेशान, तनातनी बरकरार

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उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय हॉस्टल में वर्चस्व का संघर्ष बढ़ता जा रहा है। अब हॉस्टल में रहने वाले अनेक छात्र देर रात को आतिबाजी के धमाकों ने परेशान है। मंगलवार शाम को हॉस्टल के अनेक छात्र विवि प्रशासनिक भवन पहुंचे और कुलपति से चर्चा की। इनकी मांग थी कि शरारती तत्वों पर कार्रवाई कर हॉस्टल से स्थानीय तौर पर बाहर करें या हमें सुरक्षा दें। अपनी इस बात पर छात्र देर रात तक विवि में बैठे रहे।

विक्रम विश्वविद्यालय के शालिग्राम तोमर हॉस्टल में रहने वाले अन्य प्रांत के छात्र रात के समय होने वाले बम के धमाकों से परेशान है। वर्तमान में परीक्षाओं का दौर चल रहा है। इन दिनों कतिपय छात्रों द्वारा पूरी रात हॉस्टल तेज आवाल वाले पटाखे चला रहे है। यह क्रम कई दिनों से बना हुआ है। इससे परेशान 60 से अधिक छात्रों ने मंगलवार को विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन में डेरा डाल दिया। छात्रों का कहना था कि हॉस्टल में इस तरह की हरकत करने वाले शरारती छात्रों को स्थायी तौर पर हॉस्टल से निष्कासित किया जाए।

विक्रम विश्वविद्यालय के छात्रावास में यूपी, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के छात्र नए कोर्स में प्रवेश लेकर छात्रावास में रहते है। मंगलवार को हॉस्टल के करीब 60 से अधिक छात्रों का समूह विवि के मुख्य प्रशासनिक भवन पहुंचा था। छात्रों ने कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे से चर्चा करते हुए बताया कि छात्र परिवार से दूर होकर हॉस्टल में अपनी नियमित पढ़ाई कर रहे है। इस दौरान पिछले कई दिनों से शरारती तत्व पटाखे चलाकर छात्रों को डरा रहे है। पटाखें चलाने और तेज आवाज में गाने बजाने का क्रम रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक चलता है। ऐसी स्थिति में छात्र परीक्षा के दौर में पढ़ाई भी नही कर पा रहे है।

कुलपति को दी वीडियो क्लिप

छात्रों के बदमाशी करने वाले छात्रों के नाम और पटाखें चलाते हुए वीडियो क्लिप भी कुलपति प्रो. पांडे को दी है। अपनी मांग को लेकर छात्र करीब 4-५ घंटे विवि के मुख्य प्रशासनिक भवन के बाहर धरना देकर बैठे रहे। शाम कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक ने छात्रों को आश्वासन दिया कि बुधवार को जिन छात्रों के नाम सामने आए है, उन पर बुधवार को कार्रवाई करेंगे।

कुछ छात्रों का कहना है कि जिन छात्रों के नाम दिए है, उन्हें पहले भी हॉस्टल में पत्थरबाजी व अन्य तरह की गतिविधि करने के मामले में विद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड द्वारा निष्कासित किया गया था। आश्चर्य इस बात को लेकर है कि पूर्व में निकाले गए छात्र वापस कैसे हॉस्टल पहुंचे है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन बदमाशी करने वाले जिन छात्रों की नाम बताए है, उन पर कार्रवाई नहीं करता है तो हमें 40 छात्रों को हॉस्टल से बाहर करने की कार्रवाई कर दें। छात्रों ने कहा रोज-रोज की परेशानी से अच्छा है हम शहर में कहीं भी कमरे लेकर शांति से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।

दूसरा गुट भी पहुंचा

हॉस्टल में रात में पटाखें चलाकर परेशान करने वाले छात्रों के साथ रहने वाले छात्र भी विश्वविद्यालय पहुंचे थे। यहां शिकायत लेकर पहुंचे छात्रों और दूसरे गुट के छात्रों के बीच कुलपति प्रो. पांडे और कुलसचिव डॉ. पुराणिक के सामने ही तनातनी की स्थिति बन गई थी। कुलपति ने कहा अब नेतागिरी करने वाले बदमाश छात्रों को हॉस्टल में नही रखेंगे। कुलपति ने हॉस्टल को लेकर एसपी से भी चर्चा करने को कहा है। कुलपति- कुलसचिव ने छात्रों को ठोस कार्रवाई करने आश्वासन दिया है।

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