विद्युत उपभोक्ताओं को कुछ राहत
सरचार्ज घटाने से बिजली बिल में मामूली कमी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन :बिजली के भारी-भरकम बिलों से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। हालांकि राहत भी बहुत थोड़ी मिल रही है। मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 24 जुलाई से एफपीपीएएस यानी बिजली खरीदी व ईंधन लागत सरचार्ज में कमी की है। इसे लगभग आधा कर दिया गया है। हालांकि इससे उपभोक्ताओं को बहुत थोड़ा सा ही फर्क देखने को मिलेगा।
अभी तक एफपीपीएएस की दर 6.16 प्रतिशत लागू थी। 24 जुलाई से इसे घटाकर 3.15 प्रतिशत कर दिया गया है। मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने नए शुल्क की घोषणा की है। प्रदेश की तीनों बिजली वितरण कंपनियों के बिलों में यह लागू होगा। इससे बिजली बिलों में कितना फर्क पड़ेगा, इस पर पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि नए निर्धारण के बाद 300 यूनिट की खपत वाले बिल पर 85 रुपये की बचत होगी।
अभी 300 यूनिट के बिल में 170 रुपये सरजार्च लगता था जो अगस्त माह में 85 रुपये लगेगा। नई दरें तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दी गई है। हालांकि 100 यूनिट तक खपत वाले उपभोक्ताओं को शासन की 1 रुपये यूनिट वाली बिजली योजना का लाभ भी मिल रहा है। ऐसे में ज्यादा खपत वाले उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज में कमी से अब राहत की उम्मीद दिख रही है। तीन महीने के लिए नई दरें लागू की गई है।
हर महीने तय होता है सरचार्ज
केंद्र सरकार ने फरवरी में विद्युत नियम 2005 में संशोधन कर हर महीने फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) तय करने का जिम्मा बिजली कंपनी को देने का प्रावधान किया था। मप्र विद्युत नियामक आयोग ने इस अप्रुवल को मंजूरी दे दी थी। इस का नाम भी बदलकर एफसीए की जगह एफपीपीएएस कर दिया है। अब पेट्रोल-डीजल के दाम की तरह बिजली कंपनियां भी हर महीने बिजली का फ्यूल कास्ट चार्ज घटा-बढ़ा सकेंगी।