पहले महामृत्युंजय द्वार के समीप खुल रही थी दुकान, अब सांवरिया परिसर में भी लोगों को ऐतराज
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। पिछले एक माह से नानाखेड़ा क्षेत्र में महामृत्युंजय द्वार के समीप खोली जा रही नई शराब की दुकान का विरोध आसपास के रहवासी कर रहे थे। इसका स्थान बदलकर काला पत्थर के समीप सांवरिया परिसर किया जा रहा था। बुधवार को क्षेत्र की महिलाओं ने इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया और चक्का जाम की कोशिश की। इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंच गई थी।
बुधवार दोपहर नानाखेड़ा क्षेत्र में नई शराब की दुकान खोलने के विरोध में महिलाएं सड़कों पर उतर आई। उनका कहना था कि पहले यह दुकान महामृत्युंजय द्वार के समीप खुल रही थी। वहां के रहवासियों ने विरोध किया तो काला पत्थर स्थित नर्सरी के समीप ठेकेदार दुकान खोलने की तैयारी कर रहा है। जबकि यह पूरी तहर से रहवासी क्षेत्र है। पुलिस और शासन अहाते बंद करा चुके हैं। अगर यह दुकान यहां खुली तो शराबी सड़क पर बैठकर शराब पीएंगे और उत्पाद करेंगे। इससे बच्चों और महिलाओं को आवागमन के समय छेड़छाड़ और अपराध होने का खतरा रहेगा। इसी के चलते विरोध किया जा रहा है।
पार्षद पति को थाने पर बैठाया
विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों को उग्र होता देखा पुलिस ने यहां मौजूद क्षेत्र की पार्षद अंशु अग्रवाल के पति गोपाल अग्रवाल को गाड़ी में बैठाया तथा थाने ले गई। इस दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने पुलिस के वाहन को रोकने का प्रयास भी किया। जिन्हें महिला पुलिस द्वारा हटाया गया। थाने पर बैठाने के कुछ देर बाद समझाइश देकर पुलिस ने पार्षद पति को छोड़ दिया।
सामान फेंका, पुलिस पहुंची…
उक्त शराब दुकान को लेकर बुधवार को सांवरिया परिसर के रहवासियों ने कालोनी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान महिलाएं नारे बाजी करते हुए शराब दुकान यहां से हटाए जाने की मांग कर रही थी। तभी विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने जमकर हंगामा किया और दुकान का सामान बाहर फेंक दिया। पुलिस ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो रहवासी उग्र हो गए और बड़ी संख्या में महिला और पुरुष इंदौर रोड पर चक्का जाम कर रोड पर बैठ गए।