शहर के “बहुचर्चित क्लब” के चुनाव ने “जाम” किए मयखाने होटल्स की बढ़ा दी आय…
वैसे तो चुनाव के पहले मतदाता को प्रभावित करने के लिए किसी तरह का प्रलोभन नहीं दिया जा सकता है, लेकिन ‘जैसी ताल-वैसी चाल’ की तर्ज पर इस नियम का पालन होता है और फिर मामला हाई प्रोफाइल क्लब के चुनाव का हो तो फिर कैसा नियम..? शहर के एक प्रतिष्ठित क्लब में एक पद के दो साल के कार्यकाल के लिए चुनाव होने वाले हंै और दो उम्मीदवार द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए हर तरह के जतन किए जा रहे हैं इसमें एक है (दावतों) पार्टियों का आयोजन।
आयोजनों में न केवल शहर के नामी मयखानों को व्यस्त कर दिया है, बल्कि मयखाने वाले होटल्स की ‘आय’ को बढ़ा दिया है। शहर के प्रतिष्ठित माने जाने वाली संस्था के एक पद के लिए जो दोनों उम्मीदवार मैदान में है, वे मतदाताओं को प्रभावित करने का कोई अवसर हाथ से जाने देना नहीं चाहते हैं।
पार्टी के लिए दोनों ही उम्मीदवारों में स्पर्धा भी है। बड़ी होटल्स के अलावा अलग-अलग ग्रुप के लिए पार्टियों के इंतजाम किए जा रहे हैं। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के डीनर और अघोषित रूप से मतदाताओं के लिए पेय पदार्थों की नि:शुल्क व्यवस्था ने होटल्स के हॉल और मयखानों को आम लोगों के लिए ‘जाम’ कर दिया है।
निजी स्तर पर जुटा रहे समर्थन
चुनाव के लिए दोनों ही प्रत्याशियों द्वारा अलग-अलग पार्टियां तो आयोजित की जा रही है। निजी स्तर पर भी समर्थन के लिए मेहनत कर रहे हैं। इसके लिए मतदाताओं के समाज, कार्यक्षेत्र, सगे संबंधियों, मित्रों से संपर्कों के आधार पर अपने लिए समर्थन मांग रहे हैं। राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के जरिए समर्थन मांगने की रणनीति पर काम किया जा रहा है।