मामला निजी बस संचालक की मनमानी का
शिकायत के 24 घंटे बाद भी दर्ज नहीं हुई एफआईआर
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन।रविवार की सुबह महाकाल थाने में नागपुर निवासी दंपत्ति निजी बस संचालक की शिकायत लेकर पहुंचे थे। उन्होंने आवेदन देकर शिकायत की थी कि बस ड्रायवर द्वारा उन्हें तथा दो बेटियों को बस के बोनट पर बैैठाकर उज्जैन से ओंकारेश्वर की यात्रा करायी थी। इससे गर्मी के कारण उनकी 4 साल की छोटी बेटी गंभीर बीमार हो गयी थी। इस मामले में महाकाल थाना पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
नागपुर निवासी गिरधर कुलरकर उनकी पत्नी करिश्मा ने रविवार सुबह महाकाल थाने जाकर शिकायत दर्ज करायी थी कि वे तथा उनकी बेटी निशा, भतीजी सिमरन के साथ शुक्रवार को महाकाल मंदिर दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। महाकाल दर्शन के बाद ओंकारेश्वर जाने के लिए महाकाल बस सर्विस की उज्जैन-ओंकारेश्वर चलने वाली बस में शनिवार के लिए आने-जाने की तीन टिकट बुक कराई थी। बुकिंग काउंटर से बस क्रमांक एमपी 13 पी 1542 के लिए टिकट क्रमांक 1535 जारी किया। इसमें सीट नंबर के स्थान पर तीन बोनट लिख दिया गया।
शनिवार सुबह 9 बजे जब गिरधर अपने परिवार के साथ चारधाम मंदिर बस स्टॉप पर पहुंचे तो कंडेक्टर ने उन्हें बोनट सीट पर बैठा दिया। इसी पर कुलरकर की चार साल की बेटी निशा भी बैठ गई। उज्जैन से ओंकारेश्वर और फिर वापसी का 280 कि.मी. का सफर कुलरकर परिवार ने बोनट पर बैठकर ही किया। यह परिवार ओंकारेश्वर से रात करीब 11:30 उज्जैन लौटा था। इस सफर में कुलरकर दंपत्ति की चार वर्षीय पुत्री निशा अचेत हो गई थी। बालिका की मां करिश्मा नागपुर मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ नर्स है ऐसे में उन्होंने बालिका का प्राथमिक उपचार दिया था। लेकिन सुबह तक बच्ची की हालत और बिगड़ गयी थी।
बस चालक की इस मनमानी की शिकायत लेकर यह दंपत्ति रविवार को महाकाल थाने पहुंचे थे और सुबह उन्होंने पुलिस से मामले में एफआईआर दर्ज करने का कहा था। पुलिस ने केवल आवेदन लेकर दंपत्ति की बीमार बच्ची को चरक अस्पताल में उपचार के लिये भिजवाया था तथा मामले में जल्द एफआईआर दर्ज कर संबंधित बस संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। इधर पीडि़त परिवार की शनिवार रात 10 बजे घर वापस जाने के लिये ट्रेन की बुकिंग थी। इस कारण परिवार चरक अस्पताल से बेटी को लेकर रात में ही महाराष्ट्र रवाना हो गया। इस बारे में सोमवार सुबह जब महाकाल पुलिस से चर्चा की गयी तो थाने से बताया गया कि आवेदन की जांच चल रही है और अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गयी है।
शिकायत दर्ज होगी तो करेंगे सख्त कार्रवाई
उक्त मामले में यातायात डीएसपी एचएन बाथम से चर्चा की गयी तो उनका कहना था कि थाने से अभी तक इसकी कोई सूचना नहीं आयी है। मामले में अगर एफआईआर दर्ज होती है तो संबंधित बस संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।