दूर से ही कथा सुन आमजन हो रहे धन्य
नि:शुल्क सेवा स्टॉल के आसपास व्यवसायिक दुकानें भी लगी
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में दूसरे दिन भी पहले आओ पहले पाओ व्यवस्था का दावा करने वाले आयोजक और उनसे जुड़े लोग व्यास पीठ की निकटता पाने में सफलत होते रहे जबकि आमजन तो दूर से ही कथा सुनकर खुद को धन्य मानते रहे।
बडऩगर रोड पर आयोजित हो रही पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा मंच के निकट वीआईपी द्वार इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। आयोजन समिति शुरू से ही दावा कर रही है कि कथा में कोई वीआईपी नहीं…पहले आओ…पहले पाओ की व्यवस्था है, लेकिन इसके बाद भी वीआईपी द्वार केवल आयोजन समिति से जुड़े लोग ही पं. मिश्रा की निकटता पाने के लिए उपयोग कर रहे हैं।
आम श्रद्धालुओं को इससे दूर रखा जा रहा हैं। कथा के दूसरे दिन बुधवार को जब कथा पूर्ण हुई तो आरती होते ही आयोजन समिति से जुड़े लोग तथा उनके अपने नजदीकी वीआईपी द्वार की ओर बढ़ चले। कथा के पहले दिन भी इसी वीआईपी द्वार से आयोजन समिति से जुड़े लोग पं. मिश्रा की निकटता प्राप्त करने के लिए लगातार पहुंच रहे थे।
हालांकि पं. मिश्रा के बाउंसरों ने इनमें से कई लोगों को हटा भी दिया था। बुधवार को भी शाम के समय ऐसी ही स्थिति बनी। इस दिन भी आयोजन समिति के पदाधिकारी कई परिचितों के लेकर वीआईपी द्वार के रास्ते मुख्य मंच की ओर बढ़े। इनमें से कई पदाधिकारी निकटता पाने में सफल रहे जबकि कई को बैरंग लौटना पड़ा। उल्लेखनीय है कि शिव महापुराण कथा शुरू होने से पहले जब आयोजन स्थल पर तैयारियां चल रही थी, उस बीच आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता लेकर कहा था कि इस आयोजन में कोई वीआईपी नहीं रहेगा। जो कथा स्थल पर पहले आएगा वह पहले स्थान पाएगा।
कथा वहां, कार्रवाई यहां….
कथा में लाखों की भीड़ आने का अनुमान लगाते हुए महाकाल मंदिर की क्षेत्र में महाराजवाड़ा से लेकर बड़ा गणेश मंदिर तक फुटपाथ पर लगने वाली फूल प्रसादी की दुकानें तथा पार्किंग के अतिक्रमण को भी हटा दिया गया है।
नि:शुल्क स्टॉल के समीप हर माल 20 रु. में
आयोजन समिति द्वारा कथा आरंभ होने से पहले यह भी दावा किया गया था कि कथा स्थल के आसपास केवल उन्हीं सामाजिक व स्वयं सेवी संगठनों को जगह दी जाएगी। जो नि:शुल्क पेयजल और जलपान आदि की सेवा देंगे। बावजूद इसके नि:शुल्क सेवा स्टॉलों के बीच कुछ चाय-नाश्ते की दुकानें खुल गई है। इन दुकानों पर चाय-काफी,पौहे और आलूबड़ा २० रुपए हर माल की आवाज लगाकर बेचे जा रहे हैं।