Friday, September 29, 2023
Homeउज्जैन समाचारशुभ नक्षत्र और योग में जन्मे प्रभु श्रीराम… दर्शन कर भक्त हुए...

शुभ नक्षत्र और योग में जन्मे प्रभु श्रीराम… दर्शन कर भक्त हुए निहाल

शुभ नक्षत्र और योग में जन्मे प्रभु श्रीराम… दर्शन कर भक्त हुए निहाल

श्री राम मंदिरों में दोपहर ठीक 12 बजे हुई जन्म आरती

अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।नगर में आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सभी प्रमुख राम मंदिरों में सुबह से हवन पूजन का दौर शुरू हो गया था। मध्यकाल में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ और मंदिरों में जन्म आरती गूंज उठी। गुरुवार को राम नवमी का पर्व सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि योग के साथ-साथ गुरु पुष्य नक्षत्र में मनाया जा रहा है।

गुरुवार को चैत्र मास की नवरात्रि का पूर्णाहुति के साथ समापन हो रहा है। आज के दिन रामनवमी पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। प्रभु श्री राम के जन्म को लेकर नगर के सभी प्रमुख राम मंदिरों में पहले से तैयारियां कर ली गई थी।

रामघाट मार्ग स्थित पाटीदार समाज के श्री राम मंदिर, अनुपात मार्ग विष्णु वाटिका के समीप स्थित प्राचीन श्री राम जनार्दन मंदिर, पान दरीबा स्थित श्री पट्टाभिराम मंदिर, क्षीरसागर स्थित श्री मानस भवन सहित नगर के सभी राम मंदिरों में आज सुबह से ही हवन पूजन और अभिषेक के कार्यक्रम शुरू हो गए थे। श्रीमान राम मंदिरों को आकर्षक विद्युत रोशनी से सजाया गया है।

सुबह से भक्त बड़ी संख्या में श्री राम मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे रहे थे। जन्म आरती से पहले मंदिरों के पट कुछ देर के लिए बंद कर लिए गए थे और पंचामृत अभिषेक और स्नान के पश्चात भगवान श्रीराम को नवीन वस्त्र धारण कराए गए और मनोहारी शृंगार किया गया।

दोपहर ठीक 12 बजते ही भगवान श्री राम की जन्म आरती आरंभ हुई और प्रभु के जन्म की खुशी में भक्तों ने जय श्रीराम के उद्घोष किए। महाआरती के बाद मंदिरों में प्रसाद वितरण शुरू हुआ और आज रात पट बंद होने तक भगवान राम लला के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।

ढाई सौ साल पुराना है पट्टाभिराम मंदिर

पान दरीबा स्थित पट्टाभिराम मंदिर के शासकीय पुजारी वे यू प्रसाद ने बताया कि यह मंदिर 250 वर्ष प्राचीन है। यहां भगवान श्री राम के साथ माता सीता, लक्ष्मण भरत और भाई शत्रुघ्न के साथ ही हनुमानजी भी विराजमान है। उन्होंने बताया कि यह प्रतिमाएं भगवान श्री राम के राज्याभिषेक होने के पूर्व के काल को दर्शाती हैं।

ये प्रतिमाएं भगवान श्री राम के तरुण अवतार की है। रामनवमी पर आज सुबह से मंदिर में हवन पूजन चल रहा है और अभिषेक पश्चात भगवान श्री राम और सीताजी सहित सभी विराजमान देवताओं को नवीन वस्त्र धारण कराए गए हैं और दोपहर में जन्म आरती की जा रही है। पट बंद होने तक यहां प्रसाद वितरण होता रहेगा।

9 दिन करते हैं नवीन वस्त्र धारण

रामघाट मार्ग स्थित पाटीदार समाज के श्री राम मंदिर में भी आज श्री राम जन्मोत्सव की धूम है। ट्रस्ट के अध्यक्ष शांतिलाल गामी और कैलाश पाटीदार ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना सन 1962 में हुई थी। रामनवमी के अवसर पर आज सुबह से यहां अभिषेक पूजन चल रहा है।

दोपहर में ठीक 12 बजे भगवान की जन्म आरती की गई और उसके बाद से प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चल रहा है। नवरात्रि के 9 दिन लगातार प्रतिदिन भगवान श्री राम लक्ष्मण और सीताजी को नवीन वस्त्र धारण कराए जाने की परंपरा है।

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर