Tuesday, November 28, 2023
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श्रावण मास में क्यों करते है 84 महादेव के दर्शन? 

धार्मिक नगरी उज्जैन को देवों की नगरी भी कहा जाता है। पूरे विश्व में एक ही जगह है उज्जैन जहां पर 84 महादेव हैं। 84 महादेव की महिमा अपरंपार है, जिनका नाम लेने मात्र से ही विशेष फल की प्राप्ति होती है। श्रावण मास और अधिकमास में 84 महादेव की पूजा-अर्चना और दर्शन का विशेष महत्व होता है। यही कारण है कि बाबा महाकाल के साथ ही 84 महादेव मंदिरों पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान का पूजन-अर्चन करने आ रहे हैं।  हर मंदिर में आराधना करने का अपन अलग महत्व है, इसीलिए मौका पड़ते ही आप जरूर 84 महादेव के दर्शन कर जीवन को सफल और सार्थक बनाये। 

प्राचीन मान्यता 

84 महादेव के दर्शन चार धाम यात्रा के बराबर मानी जाती है। सभी मंदिरों में दर्शन का अलग महत्व है। अगस्त्येश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने से ब्रह्महत्या के दोष से भी मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावा मार्कंटेश्वर महादेव के दर्शन से दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। इसी तरह अपेशेश्वर महादेव के दर्शन से सुख शांति समृद्धि की प्राप्ति होती है जबकि सौभाग्येश्वर महादेव के दर्शन से अखंड स्वागत सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। 

महाकाल वन में उज्जैन के 84 महादेव मंदिरों के नाम 

1 – श्री अगस्त्येश्वर महादेव 

2 – श्री गुहेश्वर महादेव

3 – श्री ढूंढ़ेश्वर महादेव

4 – श्री डमरुकेश्वर महादेव

5 – श्री अनादिकल्पेश्वर महादेव

6- श्री स्वर्णजालेश्वर महादेव

7 – श्री त्रिविष्टपेश्वर महादेव

8 – श्री कपालेश्वर महादेव

9 – श्री स्वर्गद्वारेश्वर महादेव

10 – श्री कर्कोटकेश्वर महादेव

11 – श्री सिद्धेश्वर महादेव

12 – श्री लोकपालेश्वर महादेव

13 – श्री कामेश्वर महादेव

14 – श्री कुटुम्बेश्वर महादेव

15 – श्री इन्द्रद्युम्नेश्वर महादेव

16 – श्री ईशानेश्वर महादेव

17 – श्री अप्सरेश्वर महादेव

18 – श्री कलकलेश्वर महादेव

19 – श्री नागचण्डेश्वर महादेव

20 – श्री प्रतिहारेश्वर महादेव

21 – श्री कुटुम्बकेश्वर महादेव

22 – श्री कर्कटेश्वर महादेव

23 – श्री मेघनादेश्वर महादेव

24 – श्री महालयेश्वर महादेव

25 – श्री मुक्तेश्वर महादेव

26 – श्री सोमेश्वर महादेव

27 – श्री अनरकेश्वर महादेव

28 – श्री जटेश्वर महादेव

29 – श्री रामेश्वर महादेव

30 – श्री च्यवनेश्वर महादेव

31 – श्री खण्डेश्वर महादेव

32 – श्री पत्तनेश्वर महादेव

33 – श्री आनंदेश्वर महादेव

34 – श्री कन्थडेश्वर महादेव

35 – श्री इंद्रेश्वर महादेव

36 – श्री मार्कण्डेश्वर महादेव

37 – श्री शिवेश्वर महादेव

38 – श्री कुसुमेश्वर महादेव

39 – श्री अक्रूरेश्वर महादेव

40 – श्री कुण्डेश्वर महादेव

41 – श्री लुम्पेश्वर महादेव

42 – श्री गंगेश्वर महादेव

43 – श्री अंगारेश्वर महादेव

44 – श्री उत्तरेश्वर महादेव

45 – श्री त्रिलोचनेश्वर महादेव

46 – श्री वीरेश्वर महादेव

47 – श्री नूपुरेश्वर महादेव

48 – श्री अभयेश्वर महादेव

49 – श्री पृथुकेश्वर महादेव

50 – श्री स्थावरेश्वर महादेव

51 – श्री शूलेश्वर महादेव

52 – श्री ओंकारेश्वर महादेव

53 – श्री विश्वेश्वर महादेव

54 – श्री कंटेश्वर महादेव

55 – श्री सिंहेश्वर महादेव

56 – श्री रेवन्तेश्वर महादेव

57 – श्री घंटेश्वर महादेव

58 – श्री प्रयागेश्वर महादेव

59 – श्री सिद्धेश्वर महादेव

60 – श्री मातंगेश्वर महादेव

61 – श्री सौभाग्येश्वर महादेव

62 – श्री रुपेश्वर महादेव

63 – श्री धनु: साहस्त्रेश्वर महादेव

64 – श्री पशुपतेश्वर महादेव

65 – श्री ब्रम्हेश्वर महादेव

66 – श्री जल्पेश्वर महादेव

67 – श्री केदारेश्वर महादेव

68 – श्री पिशाचमुक्तेश्वर महादेव

69 – श्री संगमेश्वर महादेव

70 – श्री दुर्घरेश्वर महादेव

71 – श्री प्रयागेश्वर महादेव

72 – श्री चन्द्रादित्येश्वर महादेव

73 – श्री करभेश्वर महादेव

74 – श्री राजस्थलेश्वर महादेव

75 – श्री बडलेश्वर महादेव

76 – श्री अरुणेश्वर महादेव

77 – श्री पुष्पदन्तेश्वर महादेव

78 – श्री अविमुक्तेश्वर महादेव

79 – श्री हनुमत्केश्वर महादेव

80 – श्री स्वप्नेश्वर महादेव

81 – श्री पिंगलेश्वर महादेव,

82 – श्री कायावरोहणेश्वर महादेव

83 – श्री बिल्वेश्वर महादेव

84 – श्री दुदुरेश्वर महादेव

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