उज्जैन। साधुओं को एक मत होकर जन हित देश के काम करने की जरुरत है। साधु समाज चाहे तो देश ही नहीं, विश्व को बदल सकता है। आध्यात्मिक शक्ति से सम्मान बढ़ा सकता है। देश हित, जनहित के मुद्दों पर सबको एक हो जाना चाहिए।
यह बात जय गुरुदेव आश्रम पर बुधवार को आयोजित सभी १३ अखाड़ों के साधु-संतों के सम्मान कार्यक्रम में उमाकांत महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि काल और माया के देश में एक-दूसरे की निंदा बुराई, नीचा दिखाने की प्रवृति अब साधु समाज में दिखाई दे रही है। इससे बचने की जरुरत है। आम लोगों में अब इनके प्रति सम्मान श्रद्धा-विश्वास समाप्त हो रहा है। यदि जनता के हित के लिए काम नहीं किया तो क्या फायदा, सतयुग जैसा वातावरण लाने की जरुरत है।