जन सेवा अभियान 5 जिलों रतलाम, देवास, शाजापुर, खरगोन और इंदौर की हुई तारीफ
समस्या निराकरण सूची में उज्जैन का नाम ही नहीं
प्रदेश में 20 दिन में सुलझे 60 लाख से अधिक मामले
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:10 मई से प्रारंभ हुए मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में प्रदेश स्तर पर 96.6 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है।
अभियान में श्रेष्ठ कार्य करते हुए सर्वाधिक आवेदनों का निराकरण करने वाले 5 जिले रतलाम, देवास, शाजापुर, खरगोन और इंदौर के प्रशासनिक अमले की मुख्यमंत्री ने तारीफ भी की है, लेकिन इसमें उज्जैन जिले का नाम नहीं आया है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में 10 मई से प्रारंभ हुए मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान 2.0 में प्रकरणों के निराकरण की जानकारी प्राप्त कर समीक्षा की। इस दौरान उन्हें बताया गया कि अभियान में श्रेष्ठ कार्य करते हुए सर्वाधिक आवेदनों का निराकरण करने वाले 5 जिले रतलाम, देवास, शाजापुर, खरगोन और इंदौर रहे है। इस पर इन जिलों के प्रशासनिक अमले और जन-प्रतिनिधियों को सीएम ने बधाई दी।
दूसरी ओर अभियान में अब तक उज्जैन जिले में कितने मामलों का निराकरण हो पाया। इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारी भी सांझा नहीं कर रहे है। समीक्षा के दौरान बताया गया कि अभियान में 30 मई तक कुल 37 हजार 556 शिविर लगे।
इनमें नागरिकों को 70 सेवाएं दी गई। कुल 62 लाख 50 हजार 443 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 60 लाख 40 हजार 629 निराकृत किए गए। इसी तरह सीएम हेल्पलाइन में दर्ज एक लाख 12 हजार 462 समस्याएँ हल की गई हैं।
सीहोर, दतिया, रतलाम, विदिशा और नीमच समस्या निराकरण में अग्रणी रहे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन का मूल यही है कि बिना परेशानी के आम जनता का कार्य हो। चाहे जाति प्रमाण-पत्र देने का कार्य हो सीमांकन के मामले हों या भवन अनुज्ञा जैसे कार्य हों, इन्हें समय-सीमा में किया जाना आवश्यक है।
आज से लाडली बहना स्वीकृत पत्रों का वितरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाड़ली बहना योजना में एक करोड़ 25 लाख से अधिक बहनों का पंजीयन हो चुका है। पात्र बहनों को आज से जिलों में स्वीकृति-पत्रों का वितरण समारोहपूर्वक करना शुरू कर दिया जाएगा। एक सप्ताह की अवधि तक यह कार्य निरंतर चलेगा।