अजब गजब उज्जैन… 20 स्टूडेंट, 14 टीचर…!

सिर्फ तीन बच्चों के नए एडमिशन, बरसों से जमे शिक्षक
अजब गजब उज्जैन… 20 स्टूडेंट, 14 टीचर…!
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:भगवान श्रीकृष्ण की विद्यास्थली के रूप में दुनिया में प्रसिद्ध उज्जैन में कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां स्टूडेंट कम और टीचर ज्यादा। इसके बाद भी लोग बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा रहे। एक स्कूल ऐसा भी है, जहां स्टूडेंट केवल 20 हैं और पढ़ाने वाले टीचर 14। है न चौंकाने वाली बात, लेकिन शिक्षा विभाग इन सबसे बेखबर। मजे की बात यह कि हाल ही तीन साल बाद शिक्षकों के ट्रांसफर हुए, लेकिन इस स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका।
नईपेठ माध्यमिक विद्यालय में 20 विद्यार्थियों पर 14 शिक्षक हैं। ध्यान देने वाली बात यह कि अधिकतर तीन साल से यहीं पदस्थ हैं। जबकि तीन साल के लंबे अंतराल बाद 42 शिक्षकों के ट्रांसफर हुए। तीन शिक्षकों के शहरी क्षेत्र में किए गए। बाकी के ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ किए गए। नईपेठ स्कूल के अतिशेष शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र में भेजा जा सकता था, लेकिन इस बार भी कोई बदलाव नहीं किया गया। इस मामले में प्रधानाध्यापक रमेशचंद्र राठौर से (मोबाइल नंबर 99268 34779) पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने अटेंड नहीं किया। जिला शिक्षाधिकारी आनंद शर्मा से भी संपर्क नहीं हो सका।
कानीपुरा रोड पर क्षीरसागर का स्कूल
अगर आपको शासकीय कन्या हायर सेकंडरी स्कूल कानीपुरा रोड पर दिखाई दे तो चौंकिएगा नहीं। स्कूल भवन शिफ्ट होने के बाद इसका नाम बदला नहीं जा सका है। यहां भी शिक्षकों की संख्या अधिक है। 250 छात्राओं पर 28 शिक्षक बताए जा रहे हैं, जबकि प्राचार्य सपना गोठवाल के अनुसार 350 छात्राएं हैं और 17 शिक्षक।
शहर में पोस्टिंग के लिए शिक्षक बेताब
अधिकतर शिक्षक शहरी क्षेत्र में पोस्टिंग के लिए बेताब रहते हैं। इस बार ट्रांसफर के लिए शिक्षकों ने विधायकों और सांसद तथा मंत्री और शिक्षा मंत्री तक अपना पूरा जोर लगा दिया। इसके बाद भी डीईओ केवल 42 शिक्षकों के ही ट्रांसफर कर सके। वजह यह रही कि अधिकतर ने सीधे भोपाल से ही आदेश करा लिए।