अब राज्यसभा से विपक्ष के 19 सांसदों को किया गया निलंबित

राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसदों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। दरअसल, टीएमसी सांसद सुष्मिता देव, डॉ शांतनु सेन और डोला सेन सहित राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों को कदाचार करने के आरोप में एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया है। इन सभी पर सदन के वेल में प्रवेश करने और नारेबाजी करने का आरोप है।
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जीएसटी के खिलाफ की नारेबाजी
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष द्वारा “रोलबैक जीएसटी” के नारे लगाए गए. उपसभापति ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि कृपया अपनी सीटों पर वापस जाएं. पूरा देश देख रहा है कि आप सदन को चलने नहीं दे रहे. सांसदों के निलंबन पर टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मोदी और शाह ने लोकतंत्र को निलंबित कर दिया है. आप सांसदों के बारे में क्या बात कर रहे हैं?
उपसभापति पर फेंका गया पेपर
राज्यसभा में उपसभापति भुवनेश्वर कलीता पर पेपर भी फेंका गया है. निलंबित सांसदों में से किसी ने ये पेपर फेंका है. वहीं 19 निलंबित सांसदों के हंगामे के बीच कल सुबह 11 बजे तक राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा में भी कांग्रेस सांसद किए थे निलंबित
बता दें कि, बीते दिन लोकसभा में भी हंगामा किया गया था. महंगाई के विरोध में नारेबाजी के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को लोकसभा के शेष सत्र से निलंबित कर दिया गया था. कांग्रेस सांसदों ने हाथ में तख्तियां लेकर सदन में नारेबाजी की थी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को चेतावनी दी थी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.