दोस्त को पकड़ा तो बोला- मैं तो मंदसौर से लाया था नोट
उज्जैन। विष्णुपुरा में रहने वाले युवक ने उधारी चुकाने के लिये दोस्त से नकली नोट लिये और उधारी मांगने वाले व्यक्ति को दे दिये। उस व्यक्ति ने घर पहुंचकर नोट देखे तो नकली
निकले जिसकी सूचना चिमनगंज पुलिस को दी। पुलिस ने उधारी चुकाने के लिये नकली नोट देने वाले युवक को पकड़ा तो उसने अपने दोस्त से नोट लाना बताया। दोस्त को पकड़ा तो उसने कहा मैं तो मंदसौर से नकली नोट लाया था। अब पुलिस टीम मंदसौर जाकर नकली नोट चलाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करेगी।
यह था मामला
सुरेश पाल पिता कल्याण सिंह 30 वर्ष निवासी विराट नगर फर्नीचर बनाने का काम करता है। उसने अपने परिचित ब्रजेश शर्मा निवासी विष्णुपुरा को 5-6 माह पहले 60 हजार रुपये उधार दिये थे। बृजेश रुपये लौटाने में आनाकानी करने लगा। पिछले दिनों सुरेश ने रुपये लौटाने के लिये बृजेश पर दबाव बनाया तो उसने 9 जुलाई को उसे बीमा चौराहे पर बुलाया और कहा कि मैं किश्तों में तुम्हारे रुपये चुका दूंगा अभी 4500 रुपये रख लो। सुरेश ने रुपये जेब में रखे और घर आया। यहां उसने रुपये चेक किये तो नकली लगे। नोटों की सीरीज मिलाई तो दो हजार के दोनों नोटों की सीरीज एक ही थी। सुरेश ने बृजेश को यह बात बताई तो उसने जान से मारने की धमकी दी। सुरेश पाल बुधवार को नकली नोटों के साथ आवेदन लेकर चिमनगंज थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी कहानी सुनाई। पुलिस ने तुरंत मामले में 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जिसके बाद बृजेश को गिरफ्तार कर लिया।
दोस्त जिसने खोले राज
पुलिस ने बृजेश को गिरफ्तार कर नकली नोट कहां से लाया इसकी पूछताछ की तो उसने दोस्त लखन निवासी पीथमपुर का नाम बताया साथ ही कहा लखन ने ही उसे नोट दिये थे। पुलिस ने बृजेश के पास से 14500 रुपये के नकली नोट और बरामद किये जिसके बाद लखन को हिरासत में लिया तो उसने पुलिस को बताया कि नकली नोट मंदसौर से लाया था।
मंदसौर पुलिस ने पकड़े थे नोट
मंदसौर पुलिस ने दो साल पहले नकली नोट छापकर बाजार में चलाने वाले गिरोह को पकड़ा था। उन्हीं में से एक आरोपी ने लखन को नकली नोट दिये थे लखन ने वह नोट अपने पास रखे थे और दोस्त सुरेश को उधारी चुकाने के लिये दिये थे। अब पुलिस टीम मंदसौर जाकर लखन को नकली नोट देने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करेगी।