बिजली कंपनी की मनमानी: पहले भेज दिए बढ़ी हुई राशि के बिल अब सुधरवाने के लिए मांग रहे रीडिंग
उज्जैन।बिजली कंपनी के अधिकारी, कर्मचारियों की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ एक साथ जुड़कर आए बिल के कारण उपभोक्ताओं पर दोहरी मार पड़ रही है। वहीं दो माह की रीडिंग से सब्सिडी का लाभ भी नहीं मिल पा रहा हैं। शासन की घोषणा के अनुसार 150 यूनिट की खपत तक का बिल सब्सिडी योजना के दायरे में देने का प्रावधान है, लेकिन पिछले दो माह के दौरान रीडिंग न होने के बाद अब अचानक बढ़ी खपत का बिल दिए जाने से जो उपभोक्ता इस योजना के पात्र हैं उन्हें भी सब्सिडी के बाहर कर दिया गया है। दो माह की एक साथ यूनिट आने से स्लैब बढ़ गया जिससे वह सब्सिडी के दायरे से बाहर हो रहे हैं।
गौरतलब है कि कियोस्क जोन में कुल 12 हजार 500 बिजली उपभोक्ता हैं। इसमें सैकड़ों उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनकी प्रतिमाह मीटर खपत 150 यूनिट के अंदर है, पर पिछले दो माह से रीडिंग ही नहीं हुई और उपभोक्ताओं को सब्सिडी के दायरे से बाहर कर दिया गया है। मक्सी रोड निवासी श्याम राठौर बताते हैं कि 20 मार्च को स्पाट बिलिंग करने आए थे जब यूनिट खपत 122 थी, फिर अप्रैल-मई में रीडिंग नहीं लेने आए अब दो माह का एक साथ 549 यूनिट का बिल बनाया, जो 150 यूनिट पार हो गया है, जिससे मैं सब्सिडी के दायरे से बाहर हो गया। जबकि अभी तक मासिक बिल 150 रुपए के अंदर ही आ रहा था।
रोज आ रही शिकायतें
इनदिनों करीब 50 से ज्यादा उपभोक्ता बिजली कंपनी केजोन कार्यालयों पर रोजाना पहुंचते हैं, जिनकी यही शिकायत होती है बिल ज्यादा आ रहा है। जांच पर कई बिलों में रीडिंग संबंधी गड़बड़ी होती है।
इनका कहना है
कई बार रीडिंग लेने या फिर सॉफ्टवेयर में रीडिंग फीड करने में गलती होती है। ऐसे में उपभोक्ताओं को भी सचेत रहना चाहिए। वो मीटर की मोबाइल में फोटो खींचकर हमें दे जिससे सुधार कराया जा सके।
-दधीचि रेवाडिय़ा, ईई