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उज्जैन:कैमरा देखते ही फोटो जर्नलिस्ट को दी धमकी,मुझे इस्माइल बोलते हैं, कुछ भी छपा तो ठीक नहीं होगा…

रेलवे स्टेशन पर ऑटोरिक्शा वालों की गुंडागर्दी चरम पर…

कैमरा देखते ही फोटो जर्नलिस्ट को दी धमकी,मुझे इस्माइल बोलते हैं, कुछ भी छपा तो ठीक नहीं होगा…

माल गोदाम क्षेत्र में होती है ज्यादा गुंडागर्दी

ऑटो चलाकर जीवन यापन करने वाले भी प्रताडि़त हैं ऐसे कुछ बदमाश ऑटो चालकों से

उज्जैन।दिन शुक्रवार, समय सुबह 9:10बजे….स्थान रेलवे स्टेशन माल गोदाम के सामने ऑटो स्टैंड…..कवरेज के लिए कैमरा बैग से निकाला…तभी धमकी भरी आवाज आई…..मुझे इस्माइल बोलते हैं…..कुछ भी छपा तो ठीक नहीं होगा…..हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता…..अन्य ऑटोवाले भी इकट्ठा हो गए और शोर मचाने लगे।

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इन दिनों रेलवे स्टेशन से चल रहे ऑटो रिक्शा चालकों की गुंडागर्दी चरम पर पहुंच गई है। मनमाना किराया वसूला जा रहा है। बाहर से आने वालों को शहर की भौगोलिक जानकारी नहीं होती है इसका फायदा ऑटोवाले अधिक किराया लेकर उठा रहे हैं। आज सुबह कवरेज करने गए फोटो जर्नलिस्ट को धमकी दी गई।

श्रावण मास में देशभर से श्रद्धालु भगवान श्री महाकाल के दर्शनों के लिए आ रहे हैं। रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही उनका सामना ऑटो वालों से होता है। इनमें कई अभद्रता से बात करते हैं तो कई मनमाना किराया वसूलते हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडयो वायरल हो रहा है जिसमें स्टेशन के बाहर एक ऑटोवाला यात्री पर चाकू लेकर दौड़ रहा है। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को भी ऑटो वालों ने जमकर सवारियों से किराया वसूला था। इन सबके बाद भी यातायात विभाग का अमला कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

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इधर मुख्य रेलवे स्टेशन के बाहर स्टैंड पर खड़े ऑटो रिक्शा वालों ने बताया कि माल गोदाम की ओर खड़े रहने वाले और नए ऑटो चलाने वाले गुंडागर्दी कर रहे हैं। ऑटो चालक मोहम्मद सईद निवासी बेगमबाग ने बताया हम बरसों से यहां से ऑटो संचालित कर रहे हैं।

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निर्धारित किराया ही लेते हैं। वहीं कई ऑटोरिक्शा चालक होटल वालों से कमीशन ले रहे हैं। इन्होंने स्थिति बिगाड़ रखी हैं। ऑटो चालक मो. जनाब ने बताया कि 20 वर्ष से ऑटो चला रहा हूं, आज तक केस नहीं बना, लेकिन कुछ नशेड़ी और अपराधी भी ऑटो चलाने लगे हैं जो यात्रियों से अभद्रता करते हैं। ऑटो चालक गिरधारी तंवर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर गुण्डागर्दी बढऩे के कारण वहां से ऑटो चलाना बंद कर दिया क्योंकि हमें परिवार पालना है गुंडागर्दी नहीं करना।

आरटीओ ने कल ही दी थी चेतावनी

शुक्रवार को आरटीओ संतोष मालवीय ने शहर की ऑटो यूनियनों की बैठक बुलाकर चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर मनमाना किराया वसूला तो फिटनेस व अन्य दस्तावेजों की वैधता समाप्त कर देंगे। मनमाना किराए वसूलने वालों की शिकायत परिवहन कार्यालय भरतपुरी पर करें।

स्टेशन से दशहरा मैदान का किराया 250 वसूला

स्टेशन से महाकाल मंदिर, गोपाल मंदिर, रामघाट का किराया तो 100से 150रुपया लिया ही जा रहा है। तीन दिन पूर्व रतलाम से आए एक प्रोफेसर को दशहरा मैदान स्थित जीडीसी कॉलेज जाना था। उनसे ऑटो वाले ने 250 रुपए किराया वसूला। ऑटो वाला उन्हें इंदिरानगर घुमाते हुए कॉलेज तक ले गया। इसी तरह मनमाने किराए की शिकायतें लोग लगातार कर रहे हैं।

जीआरपी की टीम ने तलाशने पहुंची तो भाग गया बदमाश

ऑटो चालक इस्माइल द्वारा पत्रकार को दी गई जान से मारने की धमकी की शिकायत जीआरपी थाने में की गई जहां पुलिस ने मालगोदाम वाहन स्टेण्ड पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे।

फुटेज में 10-12 बदमाश पत्रकार को घेरे नजर आ रहे हैं जिसमें से एक युवक पत्रकार की बाइक पर भी बैठ गया था। वीडियो फुटेज देखने के बाद जीआरपी थाने के एएसआई टंडन व कुशवाह अपनी टीम के साथ मालगोदाम पार्किंग पर पहुंचे। बदमाश ऑटो चालक की तलाश की लेकिन तब तक वह भाग चुका था।

आरपीएफ टीआई बोले…पार्किंग ठेके की जानकारी नहीं

पत्रकारों द्वारा आरपीएफ टीआई पी.आर. मीना को घटनाक्रम से अवगत कराया गया। उनका कहना था कि मालगोदाम पर वाहन पार्किंग का ठेका है या नहीं इसकी मुझे जानकारी नहीं है। ऑटो चालकों द्वारा मनमानी की जाती है इसकी जानकारी है। प्रतिदिन 10-15 ऑटो चालकों के खिलाफ हमारी टीम द्वारा कार्रवाई की जाती है।

ऑटो चालक पहुंच जाते है प्लेटफार्म पर: ट्रेन का समय चालकों को पता होता है। ट्रेन रुकते ही वाहन मालगोदाम की सीढिय़ों तक लाइन से लग जाते हैं वहीं ड्रायवर प्लेटफार्म से यात्रियों को पकड़कर वाहनों तक लाते और अपने ही वाहन से चलने का दबाव भी बनाते हैं।

हेल्पलाइन नंबर लिखे जाए….

परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर एक हेल्पलाइन लिखना चाहिए ताकि ऐसी कोई घटना होने पर यात्री शिकायत कर सकें। वहीं सार्वजनिक वाहनों में भी ये हेल्पलाइन नंबर लिखे जा सकते हैं।

प्रीपेड बूथ बंद हो गए…

रेलवे स्टेशन सहित शहर में करीब आधा दर्जन स्थानों पर प्रीपेड बूथ बनाए गए थे। यहां पर यातायात पुलिस का जवान तैनात रहता था और वह निर्धारित किराए की रसीद बनाकर देता था। इसी किराए पर ऑटोवाले सवारी को ले जाते हैं और निर्धारित स्थान पर छोड़ते हैं। हालत यह है कि वर्तमान में मात्र महाकाल मंदिर के समीप वाला प्रीपेड बूथ ही संचालित किया जा रहा है। शेष बंद हो चुके हैं। अधिकारी कहते हैं कि हमारे पास स्टाफ की कमी हैं।

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