मरीज 17 अप्रैल को भर्ती, ब्लड शुगर रिपोर्ट 16 में बना डाली मौत में अपनी लापरवाही छुपाने के लिए बनाई फर्जी रिपोर्ट
मृतक के परिजनों ने एसपी से की शिकायत, कार्रवाई का इंतजार
परिजनों का आरोप…मरीज की मौत हो गई और अस्पताल प्रबंधन को पता ही नहीं !
उज्जैन। कोरोना मरीज जिस तारीख में अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुआ था, उस तारीख में उसकी ब्लड शुगर की रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधन ने बनाकर दे दी। यह सब कारनामा शहर के देशमुख अस्पताल ने किया है। परिजन की मौत के बाद पूरे मामले का खुलासा सीनियर एडव्होकेट पिता ने करते हुए पुलिस सेे देशमुख अस्पताल के संचालक श्रीपाद देशमुख समेत इलाज करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है।
मृतक देवेंद्र जैन के पिता सेंट्रल कोतवाली के पास निवास करने वाले शहर के सीनियर एडव्होकेट महेंद्र जैन के मुताबिक कोरोना से पीडि़त 40 वर्षीय देवेंद्र कुमार जैन को 17 अप्रैल 2021 को देशमुख अस्पताल में भर्ती किया गया था। भर्ती होते समय परिजनों ने देशमुख अस्पताल के संचालक श्रीपाद देशमुख और उनकी टीम के डॉक्टर्स को स्पष्ट कर दिया था की उक्त मरीज को डायबिटिक, हाई ब्लड प्रेशर और ह्रदय रोग की समस्या है। इलाज के समय इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाए उस समय अस्पताल प्रबंधक देशमुख ने उन्हें उनका ध्यान रखने का आश्वासन दिया था। 21 अप्रैल की सुबह देवेंद्र की मौत हो गई। जब मरीज की फाइल परिजनों ने देखी तो वे चौंक गए। देशमुख अस्पताल के चिकित्सकों ने देवेंद्र जैन का न तो दो-दो घंटे के अंतराल से ब्लड शुगर और न ही ब्लड प्रेशर चेक किया और न रेमेडेसिविर देने के बाद उसका परीक्षण किया।यहां तक की कोई टीप भी नहीं लिखी गई। क्योंकि देवेंद्र पूर्व में माइनर अटैक आया था इसलिए उसकी ईसीजी कराना भी ज़रूरी था परन्तु अस्पताल प्रबंधन द्वारा वह भी नहीं करवाई गई।
देवेंद्र के पिता ने बताया की उनका बेटा राजेंद्र जैन प्रतिदिन सुबह करीब 7 बजे देवेंद्र को आइसोलेशन वार्ड के दरवाजे पर उपलब्ध वार्ड बॉय को चाय देता था और अस्पताल के बहार आकर देवेंद्र से फ़ोन पर कन्फर्म करता था की चाय उस तक पहुंची या नहीं। जब 21 अप्रैल को सुबह 7 बजे राजेंद्र ने वार्ड बॉय को चाय देने के बाद देवेंद्र को फ़ोन किया तो देवेंद्र का फ़ोन स्विच ऑफ आया। इस पर जब हॉस्पिटल के नंबर पर 7.45 पर कॉल किया गया तो जानकारी मिली की देवेंद्र जैन का स्वस्थ ठीक नहीं है जिसपर तत्काल परिजन अस्पताल पहुंचे और श्रीपद देशमुख से फ़ोन पर चर्चा की। उन्होंने बताया की देवेंद्र जैन को सांस लेने में तकलीफ होने के चलते उन्हें वेंटीलेटर पर रखा है। आइसोलेशन वार्ड पर जाकर तलाश किया तो वहां उपस्थित किसी चिकित्सक ने पहले यह कहा की देवेंद्र जैन गंभीर है और फिर दो-तीन मिनट बाद दूसरी मुलाकात में देवेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
लापरवाही…पुरानी तारीख में बना दी रिपोर्ट…
देवेंद्र के पिता ने बताया की उनके बेटे की मृत्यु के बाद 22 अप्रैल को जब हम श्रीपद देशमुख से मिले थे तब श्रीपाद देशमुख ने स्वीकार किया था की फाइल में ब्लड शुगर रिपोर्ट नहीं है। लेकिन जब बाद में फाइल दिखाई गई तो उसमे 19,20 और 21 अप्रैल की ब्लड प्रेशर और पल्स रिपोर्ट मिली। यहाँ तक की ब्लड शुगर रिपोर्ट भी उस फाइल में निकल आई। परन्तु ब्लड शुगर की रिपोर्ट 16 अप्रैल की थी जबकि देवेंद्र 17 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ था। इस बात से यह साफ़ हो गया की अस्पताल प्रबंधक और उनके डॉक्टरों ने अपनी गंभीर लापरवाही छुपाने के लिए पुरानी तारीख में रिपोर्ट बना डाली।
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ें आरोपी को…देवेंद्र जैन के पिता को श्रीपाद देशमुख ने रेमेडीसीवीर के विषय में भर्ती करते समय बताया था की हम रेमेडीसीवीर लगाते समय वार्ड बॉय से उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग करवाते हैं जिससे की इसको ब्लैक में ना बेचा जाए। बावजूद इसके 25 अप्रैल को देशमुख हॉस्पिटल में वहीँ के वार्ड बॉय को रेमेडीसीवीर ब्लैक में बेचते पुलिस द्वारा हुए रंगे हाथो पकड़ा गया। अब सवाल यह उठता है की यदि श्रीपद देशमुख सही बोल रहे थे तो इस रेमेडीसीवीर के रैकेट में उनका सीधा हाथ है क्यूंकि उनका ही कहना था की हम एक एक रेमेडीसीवीर लगते हुए की वीडियो रिकॉर्डिंग बनवाते हैं।
श्रीपाद देशमुख से अक्षरविश्व ने यह सवाल उनके मोबाइल नंबर -9425195676 पर पूछे थे, जिनके उन्होंने जवाब नहीं दिए…
1 . देवेंद्र जैन की मृत्यु किन कारणों से हुई ?
2. परिजनों का आरोप है की उन्होंने पहले ही सूचित कर दिया था की मरीज हाई डायबिटिक और हाई शुगर पेशेंट है लेकिन इसके बावजूद उसकी बीपी की जांच समय समय पर नहीं
की गई?
3. ब्लड रिपोर्ट मरीज की मृत्यु के बाद बनाई गई ? क्या यह सच है ?
4. मरीज को भर्ती 17 अप्रैल को किया गया तो ब्लड रिपोर्ट 16 अप्रैल में कैसे बन सकती है?
5 . मरीज की मृत्यु की जानकारी किसी को नहीं थी जब वार्ड बॉय को उनके छोटे भाई द्वारा टिफिन दिया गया तब पता चला की मरीज की मौत हो चुकी है ?
6. मरीज के परिजनों का आरोप है की देवेंद्र की मौत की बाद उनको वेंटिलेटर पर लिया गया जिससे की यह लगे की अस्पताल प्रबंधन उनको लेकर सचेत था ? इस बात पर आपका क्या कहना है ?
7. परिजनों को सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं दिखाए गए ?