उज्जैन:भाजपा को समन्वय की, कांग्रेस में जोड़तोड़ की चिंता

भाजपा को समन्वय की, कांग्रेस में जोड़तोड़ की चिंता
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव 29 जुलाई को…
उज्जैन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद अब उपसरपंच,जिला और जनपद पंचायत में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव की बारी है। राज्य निर्वाचन ने इसके लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है। जिला पंचायत के जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव 29 को होंगे।
निर्वाचित सदस्य संख्या में भाजपा को बेहत्तर बढ़त मिली हुई है। कांग्रेस को पद हासिल करने के लिए जोड़तोड़ पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उज्जैन जिले को नया जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष 29 जुलाई को मिल जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग सम्मेलन आयोजित करने का शेड्यूल जारी कर दिया है।
सम्मेलन का शेड्यूल
उप सरपंच चुने जाने के लिए तीन चरण में सम्मेलन आयोजित होंगे। 24 जुलाई को पहले चरण में बडऩगर और उज्जैन विकासखंड की ग्राम पंचायतों में उप सरपंच तय किए जाएंगे। 25 जुलाई को खाचरौद व घट्टिया तथा 26 जुलाई को महिदपुर व तराना से जुड़ी ग्राम पंचायतों में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
27 को बडऩगर, उज्जैन और खाचरौद जनपद पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए सम्मेलन होंगे और 28 जुलाई को घट्टिया, महिदपुर तथा तराना जनपद पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए सम्मेलन होगा। 29 को जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चयन के लिए सम्मेलन होगा।
यह है नवनिर्वाचित जिपं सदस्य
जिला निर्वाचन कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार कि वार्ड 1 से शोभाराम मालवीय, वार्ड 2 से सुरेश चौधरी, वार्ड 3 से मंजू वर्मा, वार्ड 4 से अमरसिंह पटेल, वार्ड 5 से शिवानी कुंवर, वार्ड 6 से अजीता परमार, वार्ड 7 से ईश्वरलाल पटेल, वार्ड 8 से ओमप्रकाश राजोरिया, वार्ड 9 से मुकेश परमार, वार्ड 10 से श्यामसिंह चौहान, वार्ड 11 से दलजीत गुर, वार्ड 12 से प्रतापसिंह आर्य, वार्ड 13 से रतनबाई मंडोरा, वार्ड 14 से राधिका गजेंद्रसिंह, वार्ड 15 से शारदा चंद्रवंशी, वार्ड 16 से राधा मालवीय, वार्ड 17 से बालू बंजारा, वार्ड 18 से कमलाकुंवर अंतरसिंह, वार्ड 19 से हेमलता बालूसिंह, वार्ड 20 से रामप्रसाद पंड्या, वार्ड 21 से श्यामूबाई मोहरी निर्वाचित हुई है। नतीजों के अनुसार भाजपा समर्थित 11, कांग्रेस समर्थित 4 प्रत्याशी निर्वाचित हुए हैं। 6 विजेताओं को चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल से समर्थन नहीं मिला था।
अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए है आरक्षित
जिला पंचायत अध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है। जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष बनाने के लिए 21 सदस्यों में से 11 का समर्थन लेना होगा। इस बार भाजपा के काबिज होने के आसार है, मगर राह आसान नहीं है। वहीं कांग्रेस जोड़तोड़ कर बोर्ड बनाने की कोशिश में जुट गई है।
भाजपा समर्थित सदस्यों की संख्या 11 है,लेकिन अध्यक्ष पद के लिए दो नेताओं ने सदस्य निर्वाचित अपने परिवार की महिला को अध्यक्ष बनाने के लिए दावा किया है। भाजपा को समन्वय बनाने की चिंता है। कांग्रेस को जोड़तोड़ से पद हासिल करने के साथ ही अपने सदस्यों की किलेबंदी करने की चिंता है।










