महाकाल दर्शन के लिए श्रावण-भादौ मास के लिए तैयारियां
सभी श्रेणियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था…
सामान्य दर्शनार्थी शंखद्वार से प्रवेश करेंगे मंदिर में कल से उमड़ेगी भक्तों की भीड़…
उज्जैन।श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल के भक्तों, कावड़ यात्रियों, भक्ति भजनों, भजन मंडलियों से पूरा शहर भक्तिमय हो जाता है। श्रद्धालुओं के सुलभ दर्शन, स्वछता, सुरक्षा आदि के मद्देनजर मंदिर द्वारा की जा रही तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि श्रद्धालुओं के स्वागत हेतु तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सभी श्रेणियों के श्रद्धालुओं हेतु चाक-चौबंद व्यवस्था की है।
जूता स्टैंड और अन्य कॉउंटर…जूता स्टैंड, शीघ्र दर्शन, खोया-पाया केंद्र, आकस्मिक चिकित्सा व प्रसाद कॉउंटर, जिससे वापसी में दर्शनार्थीगण बिना असुविधा जूते-चप्पल शीघ्र प्राप्त कर सकेंगे।
पार्किंग व्यवस्था 5 स्थानों पर की गई…उज्जैन आने वाले मुख्य मार्गों में जंहा इन्दोर से आने वाहन, दिल्ली, ग्वालियर, मक्सी से आने वाले वाहन कर्कराज मंदिर पार्किंग व भील धर्म शाला में अपने वाहन पार्क करेंगे. महिदपुर,आगर, कोटा से आने वाले वाहन ब्रिज से होते हुए त्रिवेणी संग्रहालय पर्किंग पर तथा बडऩगर, धार, रतलाम के यात्रीगणकार्तिक मेला पर या कर्क राज मंदिर पर बने पार्किंग स्थानों पर सुविधा से वाहन पार्क कर सकेंगे.
कार्तिक मेला मैदान, कर्कराज मंदिर, हरिफाटक पुल के समीप हाट बाजार, भील समाज धर्म शाला के पास, त्रिवेणी संग्रहालय के समीप। सभी पार्किंग स्थल से नि:शुल्क ई रिक्शा वाहन सुविधा सभी के लिए उपलब्ध होगी। जहां से वे गंगोत्री गार्डन, मुख्य प्रवेश द्वार, चारधाम मंदिर के पास तक पंहुच सकेंगे जिससे महिला, बच्चे, वृद्ध आदि आ-जा सकेंगे।
अलग-अलग श्रेणी के भक्तों को ऐसे मिलेगा प्रवेश
सामान्य दर्शनार्थीगण: चारधाम से हरसिद्धि मंदिर के चौड़े मार्ग पर बने मुख्य प्रवेश मार्ग से शंखद्वार तक, शंखद्वार से प्रवेश कर, चिकित्सा कक्ष के समीप से जिग़-जेग होकर कार्तिकेय मंडप पंहुचकर दर्शन लाभ लेंगें ।
शीघ्रदर्शन अनुमति धारक: चारधाम के समीप हरसिद्धि मार्ग पर अलग बने मार्ग से बड़ा गणेश के सामने से शंख द्वार, शंखद्वार से पृथक मार्ग से टनल वन होते हुए सीधे कार्तिक मंडप, पहुंचकर भगवान के दर्शन करेंगे।
पूजारी, पुरोहित एवं पत्रकार: मंदिर के पुजारी, पुरोहित व पत्रकार वर्तमान गेट नं. 04 एवं गेट नं. 05 से प्रवेश कर विश्रामधाम सभा मंडप, काला गेट होते हुए इसी रास्ते से दर्शन कर वापस आ सकेंगे।
कावड़-यात्री: चारधाम के निकट सामान्य दर्शनार्थी गण के साथ प्रवेश कर कार्तिक मंडप स्थित जल पात्र में जल अर्पण कर गणेश मंडप से बाबा के दर्शन करेंगे।
पुजारी, पुरोहित के यजमान, जल अर्पण रसीदधारी: प्रशासनिक भवन के सामने के विशिष्ट अतिथि मार्ग व गेट नं. 04 से प्रवेश कर सभा मंडप के जलपात्र से जलार्पण कर कालागेट से नंदीहॉल होकर भगवानश्री के दर्शन कर इसी मार्ग से लौटेंगे।
नियमित दर्शनार्थीगण: नियमित दर्शनार्थी गण सुबह 06 से 8.00 और शाम को 6.00 से 8.00, पूर्व निर्धारित समय अनुसार बड़े गणेश के पास की गली से गेट न. 04 से आएंगे व इसी रास्ते से वापस जाएंगे।
चलित भस्म आरती: चारधाम मुख्य प्रवेश मार्ग से प्रवेश करते हुए शंख द्वार से आएंगे जहां से एक पंक्ति में चलते हुए फैसिलिटी सेंटर से टनल वन होते हुए कार्तिकेय मंडप पहुंचेंगे वहां से बिना रुके दर्शन कर सीधे निर्गम द्वार से बाहर जाएंगे।
सामान्य भस्म आरती अनुुमति कॉउंटर: जो प्रात:काल 7.00 बजे से प्रारम्भ होता है, हरसिद्धि मंदिर के पास स्थित अतिथि निवास से कार्यरत होगा, जहां स्वयं उपस्थित होकर नि:शुलक अनुमति बनाई जाती है। महाकाल मंदिर गर्भ गृह एवं नंदी हॉल सम्पूर्ण श्रावण भादौ माह हेतु पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। श्रद्धालुओं हेतु स्थान-स्थान पर पीने के पानी, सुरक्षा, आकस्मिक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध रहेगी।