उज्जैन:शादियों पर लग सकता है प्रतिबंध, सख्त होगा कर्फ्यू

By AV NEWS

क्राइसिस मैनेंजमेंट की बैठक में मंत्री यादव और विधायक जैन नहीं पहुंचे, हुई कैंसिल

उज्जैन। शहरवासी कोरोना कफ्र्यू का ठीक से पालन नहीं कर रहे, शादी सीजन के कारण बाजार की अन्य दुकानें भी खुल रही हैं जिससे कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा बढ़ रहा है। शहर की वर्तमान कोरोना स्थिति को देखते हुए क्राइसिस कमेटी की बैठक रखी गई लेकिन भाजपा विधायक और मंत्री के मीटिंग में नहीं पहुंचने के कारण इसे कैंसिल कर दिया गया। मीटिंग में इंदौर की तरह उज्जैन में भी विवाह समारोह की अनुमति नहीं देने और कोरोना कफ्र्यू का कड़ाई से पालन कराने पर विचार किया जाएगा।

कलेक्टर आशीष सिंह ने चर्चा में बताया कि शादी समारोह की अनुमति के कारण बाजार में कपड़े, ज्वेलरी, बर्तन आदि की दुकानें खुल रही हैं। लोग करोना कफ्र्यू का ठीक से पालन नहीं कर रहे। दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है जिससे कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार बढऩे का खतरा है। इसी के मद्देनजर शादी समारोह की अनुमति नहीं देने के साथ पूर्व की तरह किराना, फल, सब्जी की दुकानें खोलने को लेकर क्राइसिस कमेटी की मीटिंग आयोजित की गई थी।

कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर आदि शहरों के मुकाबले शहर में कोरोना संक्रमण फैलने को रोकने में हमने ठीक से कंट्रोल किया है। प्रतिदिन आ रहे संक्रमितों के आंकड़ों को कम करने के लिये कोरोना कफ्र्यू का कड़ाई से पालन जरूरी है। उन्होंने बताया कि चरक अस्पताल में पूर्व से ही कोरोना मरीजों का उपचार जारी है। यहां अब 100 और बेड कोरोना मरीजों के लिये आरक्षित किये गये हैं जिनका उपयोग शाम तक शुरू हो जाएगा।

दोपहर 12.30 तक बना रहा संशय
क्राइसिस कमेटी की बैठक में दो विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री के नहीं आने के कारण मीटिंग कैंसिल करना पड़ी। घट्टिया विधायक रामलाल मालवीय मीटिंग में पहुंचे गये जिसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री को ऑनलाइन मीटिंग में जोडऩे के प्रयास हुआ लेकिन नेटवर्क समस्या के कारण वे नहीं जुड़ पाए। दोपहर 12.30 बजे तक मीटिंग को लेकर संशय की स्थिति बनी रही। विधायक पारस जैन ने कहा कि उन्होंने कोविड का दूसरा डोज लिया है। इसलिए वे बैठक में नहीं जा सके। जो फैसला होगा, उसमें मेरी सहमति है। वहीं मंत्री मोहन यादव चर्चा करनी चाही परन्तु संपर्क नहीं हो पाया था।

मुझे बुलाना बंद कर दिया- विधायक परमार
विधायक महेश परमार का कहना है कि वे क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में सवाल-जवाब करते थे। इसलिए प्रशासन ने उन्हें बुलाना बंद कर दिया है। आज भी क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक बुलाई थी उसकी सूचना मुझे नहीं दी गई है। जिला प्रशासन प्रोटोकाल का उल्लंघन कर रहा है।

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