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उज्जैन:श्रावण मास के पहले दिन मंदिर समिति के दावों की खुली पोल

श्रद्धालुओं का अव्यवस्थाओं से सामना

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भक्तों की पहुंच से दूर था प्रसाद काउंटर , क्लॉक रूम बनाना ही भूल गए जिम्मेदार…

उज्जैन। श्रावण मास के पहले दिन महाकाल दरबार की राह में श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन से पहले अव्यवस्थाओं का ‘सामना’ करना पड़ा। महाकाल मंदिर के बेहत्तर इंतजाम के दावों की पोल हजारों श्रद्धालुओं की परेशानी ने खोल दी। मंदिर में प्रवेश के लिए भगवान के भक्तों को लम्बा सफर तय करना पड़ा।

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जगह-जगह कीचड़ से भक्त बेहाल हो गए। कोरोना की वजह से दो साल बाद इस बार श्रावण में श्रद्धालुओं को पूरी क्षमता के साथ महाकाल मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है।

मंदिर समिति को भी अनुमान था कि इस वर्ष मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहने वाली है। समिति का दावा था कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। हर इंतजाम पुख्ता किए जाएंगे। इसके बाद भी श्रावण के पहले दिन श्रद्धालु दिक्कतों और अव्यवस्था से रुबरु होते रहे।

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इस राह से गुजरना पड़ा…

महाकाल विस्तारीकरण का कार्य होने से मंदिर परिसर के बाहर का अधिकांश हिस्सा खुदा होने से कच्चा है। जमीन असमतल है,इस पर भी बारिक चूरी पड़ी है। बरसात ने बची कुची कसर पूरी कर दी। कच्चे हिस्सों पर जगह-जगह बरसात के जमा पानी और कीचड़ ने श्रद्धालुओं को परेशान कर दिया।

नजर ही नहीं आए ई-रिक्शा

मंदिर प्रबंध समिति ने नि:शुल्क ई-रिक्शा वाहन सुविधा सभी के लिए उपलब्ध कराने का दावा किया था। आज सुबह निर्धारित स्थान पर ई-रिक्शा नजर ही नहीं आए। जूता स्टैंड को छोड़कर खोया-पाया केंद्र-पूछताछ केंद्र, प्रसाद काउण्टर आम श्रद्धालुओं की पहुंच और नजर से दूर थे। क्लॉक रुम के इंतजाम नहीं होने के कारण श्रद्धालु अपने साथ लाए सामान को सुरक्षित रखने के लिए भटकते रहे। महाकाल प्रसाद काउण्टर श्रद्धालुओं की पहुंच से बहुत दूर थे।

एक ही जगह से प्रवेश

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कहा गया है कि सामान्य दर्शन व्यवस्था में श्रद्धालु चारधाम से हरसिद्धि मंदिर के चौड़े मार्ग पर बने मुख्य प्रवेश मार्ग से शंखद्वार तक, शंखद्वार से प्रवेश कर, चिकित्सा कक्ष के समीप से जिग़-जेग होकर कार्तिकेय मंडप पंहुचकर दर्शन लाभ ले सकेंगे।

वहीं शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था में दर्शनार्थी चारधाम के समीप हरसिद्धि मार्ग पर अलग बने मार्ग से बड़े गणेश मंदिर के सामने से शंख द्वार से पृथक मार्ग से टनल वन होते हुए सीधे कार्तिक मंडप पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।

हकीकत यह थी कि श्रद्धालुओं को एक स्थान प्रवेश दिया जा रहा था। अंतर केवल इतना रखा की दो अलग-अलग गेट थे और मार्ग को बेरिकेट्स से विभक्त कर रखा था। ऐसे में दो अलग-अलग रास्ते से सामान्य दर्शन व्यवस्था, शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था श्रद्धालु एक साथ आगे चल रहे थे।

नहीं थम रहा चोरियों का सिलसिला

उज्जैन। बीती रात 10 बजे हरसिद्धि मंदिर दर्शन करने पहुंची यूपी की महिला का अज्ञात बदमाश ने हैंडपर्स चोरी कर लिया जिसमें कागजात और रुपये रखे थे। महिला ने महाकाल थाने पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। अब पुलिस मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों से बदमाश की तलाश कर रही है।

सुरभि सक्सेना पिता विनीत सक्सेना निवासी बरेली उत्तर प्रदेश अपनी मां के साथ उज्जैन दर्शन करने आई है और बुधवार रात 10 बजे हरसिद्धि मंदिर में दर्शन करने पहुंची थी। सुरभि ने बताया कि मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद मां के हाथ से अज्ञात बदमाश ने पर्स निकाल लिया।

भीड़ के कारण वृद्ध मां को भनक नहीं लगी। बाद में मंदिर में तलाश किया लेकिन पर्स नहीं मिला जिसमें 900 रुपये, वापसी का रेल टिकिट, आधार कार्ड आदि रखे थे।

चाकू मारा: गोंड बस्ती में रहने वाली युवती को बदमाश ने चाकू मारकर घायल कर दिया जिसकी रिपोर्ट महाकाल थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने बताया कि वंदना निवासी गोंड बस्ती का मोहल्ले में रहने वाले संदीप गोंड पिता शेरू गोंड ने मोबाइल तोड़ दिया। विरोध करने पर बदमाश ने वंदना को चाकू मारकर घायल कर दिया।

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