उज्जैन:साहब मेरी तो दो दिन पहले ही शादी हुई है मुझे छोड़ दो…..

पुलिस और प्रशासन ने कोरोना कफ्र्यू में वाहन चालकों पर कार्रवाई शुरू की तो बनाने लगे बहाने

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मैं पिता की अस्थि विसर्जन करने आया था कुछ तो रहम करो

उज्जैन।सुबह से पुलिस और प्रशासन द्वारा कोरोना कफ्र्यू का पालन कराने के लिये बेवजह वाहनों से सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर सख्त अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की गई। ऐसे लोगों को पुलिस ने पकड़ा तो बहाने सामने आए जिनमें किसी ने कहा साहब मेरी दो दिन पहले ही शादी हुई है मुझे छोड़ दो तो कोई कह रहा था मैं तो पिता की अस्थी विसर्जन करने आया था कुछ तो रहम करो। दोपहर 12 बजे तक पुलिस ने तीन दर्जन से अधिक वाहन जब्त किये और 40 से अधिक लोगों को अस्थायी जेल पीजीबीटी कॉलेज भेजा। खास बात यह कि जब्त वाहन अब कोर्ट से चालान भरने के बाद छूटेंगे।

 

कोरोना कफ्र्यू का उल्लंघन करते हुए शहर में अनेक लोग अपने वाहनों से बिना वजह सड़कों पर घूम रहे थे, जबकि कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये प्रशासन और पुलिस के अधिकारी दिन रात सड़कों पर नियमों का पालन करा रहे हैं।कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा ऐसे वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई कर वाहन भी जब्त करने के निर्देश दिये गये हैं। सुबह हरिफाटक ओवर ब्रिज, कमरी मार्ग चौराहा, कोयला फाटक, देवासगेट, बुधवारिया, तरणताल तिराहा देवास रोड़ आदि फिक्स पाइंटों पर प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की जिसके अंतर्गत दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों को रोककर वाहन जब्त किये गये। दोपहर 12 बजे तक पुलिस ने 36 से अधिक दो पहिया वाहन जब्त कर लिये थे जबकि 40 से अधिक लोगों को अस्थायी जेल पहुंचाया गया था।

पुलिस ने पकड़ा तो किसने क्या बताई समस्या…

गांव वालों ने बताया था कि दौलतगंज में किराना दुकानें खुली हैं, वहीं से सामान ले आना। मैं बाइक से सामान लेने आया था। मुझे क्या पता कि शहर में वाहन पकड़ रहे हैं। मुझे घर जाने दो।-मोहनलाल पिता रतनलाल निवासी चांदमुख

ट्रैक्टर की ट्रॉली का ट्यूब खराब हो गया था। दुकानदार से फोन पर बात की तो उसने कहा दुकान पर आ जाना मैं शटर खोलकर ट्यूब दे दूंगा। इसी कारण ट्यूब खरीदने शहर आया था।-साजिद पिता राजू शाह निवासी निनौरा

प्याज स्टोर करने के लिये जाली खरीदने आये थे। जालियां खरीद लीं। वापस जा रहे हैं तो पकड़ लिया। हमने कोई गलती की है तो चालान बनवाने को तैयार हैं, लेकिन पुलिस वाहन जब्त कर रही है।-शाहरूख पिता अल्लानूर निवासी चिकली

पिता का कोरोना के कारण निधन हो गया था। शिप्रा नदी में अस्थियां विसर्जन करने आया था। मुझे शहर में इस प्रकार की सख्ती की जानकारी नहीं थी। मैं तो शहर के बाहर की सीमा से आया था।-अवधेश पिता ओमप्रकाश पाठक निवासी देवास

कोई सिफारिश नहीं…सीधे जेल
पुलिस की कार्रवाई के दौरान अनेक लोग ऐसे थे जो अपने परिचित नेता, अफसर या सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों से पुलिस और प्रशासन के अफसरों की मोबाइल पर बात करा रहे थे। अफसरों ने किसी भी व्यक्ति से बातचीत करने से इंकार कर दिया साथ ही ऐसे लोगों को सबसे पहले जेल वाहन में डालकर अस्थायी जेल पहुंचाया गया। पीजीबीटी कॉलेज अस्थायी जेल में बंद लोगों को पीने के लिये पानी की व्यवस्था की गई है।

 

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