उज्जैन:होटल एवं ऑटो रिक्शा वालों की शिकायत करने के लिए HELPLINE NUMBER जारी

होटल या ऑटो रिक्शा वाले दर्शनार्थियों से अधिक पैसा वसूल करें तो हेल्पलाइन नंबर 7049119001 पर शिकायत करें,
होटल बंद करने व ऑटो रिक्शा का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी
उज्जैन।यात्रियों और दर्शनार्थियों से मनमानी, लूटखसोट और गुडंागर्दी पर जमकर कर किरकिरी होने के बाद आखिरकार होटल या ऑटो रिक्शा वालो पर नकेल कसने और शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। होटल या ऑटो रिक्शा वाले दर्शनार्थियों से अधिक पैसा वसूल करें तो हेल्पलाइन नंबर 7049119001 पर शिकायत करें।
मामला सही पाए जाने पर होटल बंद करने व ऑटो रिक्शा का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। श्रावण मास के दूसरे सोमवार से उज्जैन में होटल और ऑटो रिक्शा वालों ने जमकर मनमानी, लुटखसोट की। ऑटो वाले तो गुंड़ागर्दी पर उतर आए थे। दर्शनार्थियों का शिकायत रही कि होटल वाले मनमाने राशि वसूल कर रहे है।
ऑटो रिक्शा वाले भी बदसलूकी करके मनमाना किराया ले रहे है। विषय की गंभीरता को लेकर ‘अक्षरविश्व’ ने ‘सामाजिक सरोकार” और शहर की छबि को ध्यान में रखकर लगातार इस मुद्दे पर समाचार प्रकाशित कर प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और शहर के नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया।
इस संज्ञान लेते हुए प्रशासन एवं पुलिस ने होटल वालों एवं ऑटो रिक्शा वालों की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 7049119001 जारी किया गया है । कोई भी व्यक्ति मय प्रमाण के साथ होटल एवं ऑटो रिक्शा वालों की शिकायत इस नंबर पर कर सकता है। इस नंबर पर व्हाट्सअप भी उपलब्ध है। जांच में शिकायत सही पाई जाती है तो संबंधित होटल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए होटल को बंद करने और ऑटो रिक्शा का परिवहन लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत पहुंचना शुरु…महंगी है पानी की बॉटल, ऑटो को किराया अधिक
प्रशासन द्वारा प्रारंभ किए गए हेल्पलाइन ‘शांतिदूत’ पर शिकायत भी पहुंचने लगी है। सोमवार को दोपहर 12 बजे तक करीब 20 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई है। इसमें सबसे अधिक शिकायत ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा अधिक किराए लेने की है।
‘शांतिदूत हेल्पलाइन’ से मिली जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं ने कुछ होटल और रेस्टोरेंट के नाम दर्ज कराते हुए बताया कि खाना की सामग्री के उनसे अधिक पैसे लिए गए हैं। सामान्य पानी की बॉटल जिसकी कीमत 10 रुपए है उसे 20 रुपए में बेचा जा रहा है। हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की पुष्टि के बाद संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी।